लखनऊ। आयकर विभाग ने अपनी कालेधन कुबेरों की धर पकड़ मुहिम के तहत शनिवार को यहां समाजवादी पार्टी के रुतबेदार एमएलसी संतोष यादव उर्फ सनी यादव पर अपना शिकंजा कस दिया।
आयकर विभाग ने सनी यादव के घर और दफ्तर पर छापा मारकर लगभग दो सौ करोड़ की करेंसी पकड़ी है।
आयकर विभाग ने मामला इतना गोपनीय रखा कि स्थानीय आयकर कार्यालय को इसकी भनक नहीं लगने दी। आयकर अधिकारियों की टीम दिल्ली से आई। टीम ने सनी यादव के हजरतगंज थाना क्षेत्र में 14/45 पार्करोड पर जैन बिल्डिंग स्थित कार्यालय ‘अपनाटेक कंसेल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड’ पर छापेमारी शुरू की।
आयकर अफसरों और कर्मचारियों ने पूरे कार्यालय को अपने कब्जे में लेने के बाद कंप्यूटर, लैपटाप भी अपने में ले लिये। सूत्रों का कहना है कि आयकर को सनी के कब्जे से लगभग दो सौ करोड़ रुपए के नए व पुराने नोट मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि यह भी शिकायत मिली थी कि सनी यादव ने बैंकों से साठगाठ करके बड़ी मात्रा में गलत तरीके से पुराने नोट बदलवाए हैं।
आयकर विभाग इस बात का भी पता लगा रहा है कि नोट बदलवाने में कौन-कौन लोग शामिल थे और यह पैसा सनी का ही है या फिर इसमें अन्य लोग भी हिस्सेदार हैं।
हालांकि आयकर विभाग ने छापे के बारे में अधिकृत जानकारी नहीं दी है। आयकर विभाग का कहना है कि जांच अभी चल रही है। लांच पूरी होने के बाद अधिकृत जानकारी दी जाएगी।
ऐसे आए राडार पर
सनी यादव की कंपनी ‘अपनाटेक कंसेल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड’ विभिन्न कार्यालयों और संस्थानों के लिए कार्मिकों की आपूर्ति का काम करती है। इसी के तहत गोमतीनगर स्थित लोहिया संस्थान में भी इस कंपनी ने कर्मचारियों को लगाया था।
सनी यादव ने अपने कर्मचारियों को दो माह का वेतन पुराने नोटों में दिया था। इस बात की भनक आयकर विभाग को लग गई। इसके बाद अत्यंत गोपनीय तरीके से छापे की योजना बनाई गई और आज उसे अमली जामा पहना दिया गया।