लखनऊ। राष्ट्रीय महासचिव एवं विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष नसीमुद्दीन गुरुवार को इंदिरानगर स्थित पानीगांव में मुस्लिम भाईचारा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस, सपा और भाजपा को आड़े हाथ लिया।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस पर मुसलमानों को धोखा देने और सपा पर दंगा कराने के आरोप लगाए तो भाजपा को मुसलमानों की दुश्मन पार्टी बताया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की आलोचना की। उन्होंने कहा की गरीब और मजदूर वर्ग 500 और 1000 के नोट बंदी किए जाने अपने खान-पान और रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
मुसलमानों के वोटों से कांग्रेस ने देश में 60 वर्षों से अधिक राज किया। आजादी के समय सरकारी नौकरियों में मुस्लिमों की संख्या 35 प्रतिशत थी जो आज घटकर डेढ़ प्रतिशत रह गई है। सत्ता में भागीदारी देने से लेकर हर क्षेत्र में कांग्रेस ने मुस्लिमों के साथ धोखा किया है।
बसपा के लखनऊ पूर्व क्षेत्र से उम्मीदवार सरोज शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में सपा के शासन में सबसे अधिक दंगे हुए हैं। इन दंगो में अधिकतर मुस्लिमों का खून बहा है।
देश में अमन शांति बनाए रखने के लिए मुस्लिम समाज को एकजुट होकर बसपा सुप्रीमो मायावती को विधानसभा चुनाव में वोट देकर मुख्यमंत्री बनाना होगा।