मेक्सिको में सीरियल किलर दंपति का खौफनाक राज खुल गया है और दोनों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। पुलिस ने मानव अंगों के अवशेष के साथ दोनों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने कम से कम 20 लोगों की हत्या का जुर्म कबूल किया है, जबकि कई महिला पीड़ितों के साथ दुष्कर्म की भी बात मानी है। मामले में मुख्य जांचकर्ता ने बताया कि आरोपी दंपति बच्चे की गाड़ी (Baby Pram) में रखकर मानव अंगों की तस्करी कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
आरोपी ने कबूला जुर्म
मेक्सिको के राज्य अभियोजक अलेजैंड्रो गोमेज़ ने कहा कि आरोपी पति ने महिला पीड़ितों के साथ दुष्कर्म करने की बात भी कबूल की है और बताया है कि वह उनके शहीर के अंगों को भी बेचा करता था। 10 महिलाओं की हत्या के शक में आरोपी दंपति को गुरुवार को मेक्सिको सिटी के पूर्वोत्तर में स्थित हिंसा प्रभावित उपनगर एकाटापेक से हिरासत में लिया गया।
मनोरोगी या सीरियल किलर
गोमेज के मुताबिक, आरोपी पति ने 10 हत्याओं की डिटेल में जानकारी दी और जांचकर्ताओं को बताया कि उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर 10 अन्य लोगों की भी हत्या की है। उन्होंने बताया कि अभियोजन पक्ष यह जानने की कोशिश कर रहा है कि आरोपियों की कही बातें वास्तव में सच हैं या नहीं। उन्हें मनोरोगी और सीरियल किलर के रूप में भी देखा जा रहा है।
मैं इन्हें सीरियल किलर बोलूंगा…
गोमेज़ ने मैक्सिकन रेडियो नेटवर्क फॉर्मूला को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘उन्होंने इसे पूरी तरह से प्राकृतिक तरीके से वर्णित किया … मैं कहूंगा कि वह वास्तव में ऐसा करने में खुश था।’ गोमेज़ ने कहा, ‘वह चाहता है कि लोग उसकी तस्वीर देखें, उसका नाम जान सकें…मैं स्पष्ट रूप से इस व्यक्ति को हत्यारा, एक सीरियल किलर कहूंगा।’
दो महीने के बच्चे को बेचा
एल यूनिवर्सल अखबार के मुताबिक, इस जोड़े का शिकार हुई एक पीड़ित के दो महीने के बच्चे को भी इन अपराधियों ने नहीं छोड़ा। आरोपी दंपति ने कबूल किया है कि उन्होंने दो महीने के बच्चे को एक अन्य दंपति को बेच दिया था। उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी दंपति की हुई पहचान
मैक्सिकन कानून के अनुसार, गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान जुआन कार्लोस ‘एन’ और उसकी पत्नी पेट्रीसिया ‘एन’ के रूप में हुई है। गोमेज़ ने कहा, ‘आरोपी पति मनोरोगी है, जबकि आरोप पत्नी जन्म से ही मानसिक रूप से अक्षम रही है।’ रविवार को आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां मनोवैज्ञानिक परीक्षा (psychiatric exam) का हवाला दिया गया। हालांकि गोमेज़ ने आगे कहा, ‘दोनों आरोपी सही और गलत का अंतर कर सकते हैं।’
घर में फ्रिज के अंदर रखे थे मानव अवशेष
बता दें कि आरोपी दंपति के तीन बच्चे हैं। जब अधिकारियों ने उनके दोनों घरों की छानबीन की, तो सब चौंक गए। उन्होंने सीमेंट से भरी बाल्टी में मानव अवशेष पाए। वहीं, फ्रिज के अंदर प्लास्टिक के थैले के अंदर भी मानव अवशेष रखे हुए थे। कुछ खून से लगे कपड़े भी मिले, जिसे संभवत: पीड़ितों को होंगे। आरोपी पति ने जांचकर्ताओं से कहा कि उसने अपनी पति के साथ मिलकर लोगों (पीड़ित) को लालच दिया कि उन्हें बच्चों के कपड़े डिस्काउंट सेट में मिलेंगे। उनके झांसे में आने वाले वाली ज्यादाकर युवा मां थीं। वहीं, गोमेज़ ने कहा, ‘वे सभी सिंगल मदर थीं और उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी, जो सत्ते में बच्चों के कपड़े ढूंढने में उनकी मदद कर सके।’ बता दें कि जांचकर्ता लापता महिलाओं के फोन कॉल को ट्रैक कर अपराधियों तक पहुंचे।