चंडीगढ़। रियो ओलंपिक में देश के लिए जैसे ही हरियाणा की बेटी ने पहला पदक दिलाया, वैसे ही उसके परिजनों ने एक दूसरे को गले मिलकर बधांइयां दी, तो दूसरी तरफ खेल प्रेमियों ने रात में अतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया। हरियाणा सरकार ने साक्षी को 2.5 करोड़ रुपये का इनाम और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। देश के लिए एक ही दिन में पांच बाउट खेलकर मेडल जीतने वाली महिला पहलवान साक्षी के घर का माहौल तो बस देखने लायक था। उनकेे घर पर बुधवार की सुबह मां ने विशेष पूजा की थी। हरियाणा के रोहतक के सेक्टर तीन स्थित मकान नंबर 45 में शाम होते ही रिश्तेदारों का तांता लग गया था। साक्षी की मां सुदेश मलिक के साथ घर पर दिल्ली से बुआ राज, मोखरा से भाभी सुषमा, मौसी कविता और भाई सचिन ने मैच देखा। कुश्ती के हर दांव के साथ घरवालों के चेहरे के भाव भी बदलते गए। दो राउंड में जीत की खुशी तीसरे में जाकर मायूसी में बदल गई लेकिन बाद में कांस्य पदक के लिए हुई पहली कुश्ती में जीत ने फिर उम्मीद बंधा दी। गुरुवार अलसुबह 2:40 बजे साक्षी ने किर्गिस्तान की रेसलर को 5 के मुकाबले 8 अंक से शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही रोहतक में उसका घर ही नहीं, पूरा देश झूम उठा। साक्षी के पिता सुखबीर मलिक का कहना है कि साक्षी ने बहुत छोटी उम्र में सब जूनियर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। कॉमनवेल्थ में सिल्वर मेडल जीता। यह उसका पहला ओलिंपिक है और उसने देश के लिए मेडल जीतकर मेरा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।उन्होंने बताया कि मैं अपनी मन्नत के अनुसार ऋषिकेश से नीलकंठ तक पैदल जाऊंगा। बेटी का मोखरा गांव से लेकर रोहतक सेक्टर 3 तक जोरदार स्वागत किया जाएगा। पिता ने बताया कि साक्षी ने रियो जाने से पहले गुड़गांव में एक लाख रुपए की घड़ी पसंद की थी और जीतने पर गिफ्ट मांगा था। तीन सितंबर को उसका जन्मदिन है। उसे वह घड़ी गिफ्ट करूंगा।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal