नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने छह राष्ट्रीय दलों के बड़े नेताओं के नाम से नये सिरे से नोटिस जारी कर उनके समक्ष पेश होने का आदेश दिया है। यह नोटिस आरटीआई कार्यकर्ता आरके जैन के आरोपों के बाद, आरटीआई का जवाब न देने के आरोप में सोनिया गांधी, राजनाथ सिंह, मायावती, प्रकाश करात, शरद पवार और सुधाकर रेड्डी को भेजा गया है।
22 जुलाई को होंगे सीआईसी के समक्ष –
नोटिस में 22 जुलाई को आयोग की पूर्ण पीठ के समक्ष छह राष्ट्रीय दलों के बड़े नेताओं को उपस्थित होने को कहा गया है। पीठ में सूचना आयुक्त बिमल जुल्का, श्रीधर आचार्युलू और सुधीर भार्गव होंगे जो जैन की याचिका पर सुनवाई करेगी। नोटिस में कहा गया है कि इस बात का संज्ञान लिया जाए कि अगर आप 20 जुलाई, 2016 तक अपनी टिप्पणियां-जवाब देने में विफल रहते हैं और उक्त तारीख और समय पर उपस्थित नहीं होते हैं तो समझा जाएगा कि आपको अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है और आगे मामले में कार्यवाही कानून के अनुसार की जाएगी।
गौरतलब हो कि, आरके जैन ने वर्ष 2013 में कई दलों से आरटीआई के तहत अपने प्रश्नों का जवाब माँगा था। 2014 में उन्होंने कांग्रेस और अन्य दलों से उनके चंदे, आंतरिक चुनावों आदि की जानकारी मांगी थी, लेकिन उनको किसी भी दल की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला जिसके बाद उन्होंने केंद्रीय सूचना आयोग में इन दलों के खिलाफ शिकायत पत्र दाखिल किया।