मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रथ पर बीते दिनों अनजान लोगों ने पथराव किया था. सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार की रिपोर्ट में कहीं भी कांग्रेस नेताओं का नाम नहीं है. कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी है.
सीएम शिवराज सिंह की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान दो सितंबर को चुरहट में पथराव किया गया था. बीजेपी ने इसका सीधा आरोप कांग्रेस पर लगाया था. शक की सुई नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पर गयी थी, क्योंकि चुरहट उन्हीं का निर्वाचन क्षेत्र है.
इस मामले में सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार की रिपोर्ट में कहा गया है कि जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पटपरा के पास किन्हीं अज्ञात लोगों ने सीएम के रथ पर पत्थर फेंका था. कलेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक गांव पटपरा के पास अज्ञात लोगों ने सीएम के रथ को काले झंडे दिखाने और पर पत्थर फेंके. कलेक्टर ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने का हवाला दिया. इस पूरी रिपोर्ट में कहीं भी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम नहीं है. हालांकि चुरहट में कांग्रेस नेताओं से जुड़े लोगों की ओर से काले झंडे दिखाने और विरोध करने का ज़िक्र है. रिपोर्ट में ऐसे 22 व्यक्तियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर गिरफ्तारी की जानकारी दी गई है.
कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में सीधी में पूजा पार्क में सभा स्थल के बाहर भाजपा की पट्टी लगाए व्यक्तियों ने CM के खिलाफ नारे लगाने और काला झंडा दिखाने का ज़िक्र किया है. उस मामले में 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहीं भी नेता प्रतिपक्ष और किसी बड़े कांग्रेस नेता का नाम शामिल होने का ज़िक्र नहीं किया है.
इन सारे आरोपों के बीच नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पिछले हफ्ते भोपाल में इस केस के गवाह संदीप चतुर्वेदी को भोपाल में मीडिया के सामने पेश किया था. गवाह ने सबके सामने कहा था कि पुलिस ने सारी कहानी झूठी गवाही पर रची थी. पुलिस ने उसके ऊपर दबाव बनाकर गलत बयान दिलवाए.