बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान अक्सर सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय जाहिर करते रहते हैं. हाल में नए साल के जश्न के दौरान बेंगलुरु में लड़कियों से हुए छेड़छाड़ की घटना पर भी शाहरुख ने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा था कि माता-पिता को अपने बच्चों (लड़कों) को महिलाओं का सम्मान करना सिखाना चाहिए.
लेकिन अब शाहरुख ने महिलाओं के सम्मान और उनके हक को लेकर जो बातें कहीं हैं वो वाकई काबिले तारीफ है. हाल में ‘फेमिना’ को दिए एक इंटरव्यू में शाहरुख ने कहा, “मैंने सिर्फ आर्यन ही नहीं बल्कि अबराम को भी ये बात बता दी है कि किसी भी महिला को कभी किसी तरह का दुख मत पहुंचाना. अगर तुम किसी को चोट पहुंचाओगे तो मैं तुम्हारा सिर कलम कर दूंगा. और नहीं, वक्त नहीं बदला है. लड़कियां खेलने की चीज नहीं हैं. उनकी इज्जत करो.”
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शाहरुख ने अपने बेटे को ये धमकी इसलिए दी है ताकि वो औरतों की इज्जत करे और उनको किसी प्रकार से भी नुकसान न पहुंचाए. शाहरुख ने महिला और पुरुष की बराबरी के एक सवाल के जवाब में कहा, “मैंने आर्यन से कहा कि महिलाओं से बात करते वक्त ‘तू तड़ाक’ नहीं चलेगा. ‘तू पिज़्ज़ा ले आ’ ‘तू इधर आ’ ऐसी भाषा का इस्तेमाल महिलाओं से बात-चीत करते वक्त नहीं कर सकते. उनसे इज्जत से बात करनी पड़ेगी. अबराम अभी छोटा है. जब वो 5 साल का हो जाएगा तब मैं उसे भी डिसिप्लिन सिखाउंगा.”
शाहरुख ने आगे एक सवाल के जवाब में कहा, “मैं अपने बेटों को बेटियों से ज्यादा अधिकार नहीं देता“. मैं कभी कभी ज्यादा सख्त हो जाता हूं. मेरा मानना है कि लड़कों को घर में अपनी मां, बहन या महिला दोस्त के सामने बिना शर्ट के नहीं जाना चाहिए. ये बात मैंने आर्यन को भी बता दी है कि कम से कम एक टी-शर्ट हर वक्त पहना करो.
शाहरुख खान का ये बेबाक इंटरव्यू ‘फेमिना’ में प्रकाशित किया गया है. आपको बता दें कि शाहरुख खान अपनी फिल्मों में खुद से पहले महिला एक्ट्रेस का नाम देते हैं. शाहरुख की फिल्म में स्क्रीन पर अब पहले महिला एक्टर का नाम आता है बाद में शाहरुख खान का.