पुणे। 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 333 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए 441 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम शुरुआती ओवरों में ही लडख़ड़ाती नजर आई। शुरुआती झटके लगने के बाद टीम संभल नहीं पाई और पूरी टीम दूसरी पारी में 107 रनों पर ऑलआउट हो गई। मैच में कुछ गलतियां भी रहीं जिनके कारण टीम को बड़ी हार का सामना करना पड़ा।
इन 5 वजह से हारा भारत
1. कोहली का ना चलना – विराट कोहली जब पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने को पहुंचे तो उन्होंने मिचेल स्टार्क पर पहली ही गेंद से धावा बोलना चाहा। हालांकि जब टेस्ट क्रिकेट में जब बल्लेबाज खेेलने आता है तो वह पहले गेंद औप पिच के मिजाज को समझने में समय लेता है लेकिन कोहली में ऐसी कोई बात नहीं दिखी। खाम्याजा टीम को ये भुगतना पड़ा कि कोहली मैच की दूसरी पारी में महज 13 रन बनाकर आउट हो गए। साथ में पहली पारी में भी बिना खाता खोले आउट हो गए।
2. रिव्यू का खराब इस्तेमाल- विराट कोहली समेत भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने रिव्यू फालतू में बर्बाद किए। जब दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी को उतरी तब अश्विन और जयंत की दो बेहद टर्न होने वाली गेंदों पर कोहली ने रिव्यू ले डाले और ये दोनों रिव्यू शुरुआती ओवरों में ही व्यर्थ चले गए। बाद में दो बार जब रिव्यू लेकर टीम इंडिया विकेट हासिल कर सकती थी। तब उनके खाते में रिव्यू नहीं बचे थे और इस तरह टीम इंडिया को खराब रिव्यू का खामियाजा भुगतना पड़ा।
3. स्टीवन स्मिथ को दिए जीवनदान- दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 10 रनों पर ही ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट गिरा दिया था और एक निश्चित अंतराल में टीम इंडिया को विकेट मिल रहे थे। लेकिन इसी बीच स्टीवन स्मिथ के भारतीय फील्डरों ने एक के बाद एक तीन कैच छोड़े, जिसका स्मिथ ने पूरा फायदा उठाया और 109 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मिचेल मार्श के भी कैच छोड़े गए और उन्होंने स्मिथ का अच्छा साथ निभाते हुए ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर की ओर अग्रसित किया।
4. टॉस ने निभाई अहम भूमिका- ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। जब वे पहली पारी में बल्लेबाजी करने को उतरे थे तब पिच उतनी खतरनाक नहीं थी और उन्होंने विकट गंवाने के बावजूद रन बनाए। अंतिम क्षणों में स्टार्क ने तेजतर्रार अर्धशतक जड़ा और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 260 के स्कोर तक पहुंचा दिया। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया का 260 रन बनाना महत्वपूर्ण साबित हुआ। कई लोग कहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में भी तो 285 रन बनाए। लेकिन वो इसलिए क्योंकि कई कैच छोड़े गए। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर दबाव बनाया और जीत दर्ज की।
5. ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर स्टीव ओकीफी और नाथन लियोन की घातक गेंदबाजी – पुणे की पिच स्पिनरों के लिए काफी मददगार साबित हुई, लेकिन भारतीय स्पिनरों की तुलना में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर कमाल दिखाने में कामयाब रहे। स्पिनर स्टीव ओकीफी और नाथन लियोन ने दोनों ही पारियों में घातक गेंदबाजी की और भारत को हारने पर मजबूर कर दिया। स्टीव ओकीफी ने पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए। वहीं नाथन लियोन ने पहली पारी में एक और दूसरी पारी में 4 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। हालांकि भारतीय स्पिनरों ने भी अपना काम बखुबी निभाया, लेकिन उनका साथ बल्लेबाजों ने नहीं दिया।