जम्मू। कश्मीर घाटी मे बने हालातों में काफी नुकसान हो चुका है। आठ जुलाई को हुई हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद शुरू हुई हिंसा को अब पुरे तीन महीने हो चुके है। लेकिन अब भी हालात में कोई सुधार नहीं है। चौथे महीने में पहुंच चुके इस कफर्यू में अब तक प्रदर्शन के दौरान 95 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा पैलेट से घायल कई लोगों की आंखों की रोशनी जा चुकी है।
एक अनुमान के मुताबिक इन तीन महीनों में कश्मीर को 12 हजार करोड रूपये का आर्थिक नुकसान भी हो चुका है। कश्मीरी अर्थशास्त्रियों के अनुसार कश्मीर को प्रति दिन 120 करोड़ रूपये के आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 1000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है।
मध्य कश्मीर के श्रीनगर, बड़गाम और गांदरबल जिलों में लगभग 800 से ज्यादा युवकों को गिरफतार किया गया है। पिछले तीन महीनों के दौरान कश्मीर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 2300 एफआईआर दर्ज की गई है। 4318 लोगों को गिरफतार किया गया है जिनमें से 925 पुलिस थानों में बंद है जबकि बाकी लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।