श्रीनगर। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से जम्मू-कश्मीर में माहौल तनावग्रस्त होता जा रहा है। हालात बद से बदत्तर होते दिखाई पड़ रहे हैं। इसी बीच सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक का मुख्य मुददे आंतरिक सुरक्षा पर बल दिया जाएगा। कश्मीर में जारी हिंसा रविवार को भी उग्र दिखी। यहां अनंतनाग जिले के संगम में भीड ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गयी, वहीं इस हिंसा के कारण अमरनाथ यात्रा पर असर पड़ा है और आज लगातार तीसरे दिन भी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि लगभग 10 हजार अमरनाथ यात्री हिंसा के कारण फंसे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रोकी गई अमरनाथ यात्रा को जल्द बहाल करवाने की कोशिश की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक आंतकी झड़पों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। रविवार को एक पुलिसकर्मी समेत छह और लोग मारे गए, इसके अलावा 400 लोग घायल भी हुए हैं जिसमें से 100 पुलिसकर्मी हैं। घाटी के 10 जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
महबूबा मुफ्ती ने जताया दुख-
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कैबिनेट की बैठक कर हालात का जायजा लिया और सुरक्षा बलों के साथ झड़प में लोगों के मारे जाने पर दुख जताया। सरकार ने वादा किया कि सुरक्षा बलों की ओर से अनुचित ढंग से बल प्रयोग किया गया है तो उसकी जांच होगी। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा भड़काने वालों के बातों में ना फंसे। मुख्यमंत्री ने हुर्रियत कांफ्रेंस सहित सभी अलगाववादियों और नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस जैसी मुख्यधारा की पार्टियों से अपील की है कि वे राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद करें।