
गंगा के अविरलता और निर्मलता को समर्पित शोभायात्रा में भक्त वैष्णव परिधान पहन कर शामिल हुए। वीणा श्रीकृष्ण महामंत्र की धुन पर नाचते गाते चल रहे भक्तो और शोभायात्रा में शामिल श्रीश्री लड्डू गोपाल के बिग्रह का स्वागत पुष्प वर्षा से हुआ। इस दौरान वृन्दावन बिहारी लाल की जय,हर हर महादेव का गगनभेदी उद्घोष गुजांयमान रहा। शोभायात्रा दल में शामिल डमरू और शंखनाद दल राहगीरो में आकर्षण का केन्द्र बना रहा। महमूरगंज स्थित माहेश्वरी भवन में पहुंच कर शोभायात्रा का समापन हुआ। वहां राधा गोविन्द, भगवान जगन्नाथ,सुभद्रा के विग्रह को तीन दिन के लिए स्थापित कर दिया गया। इसके बाद तुलसी महारानी की आरती तुलसी कृष्ण प्रेयसी नमो नम: के महाआरती की गयी।
सोसाइटी के मीडिया प्रभारी आलोक प्रभु ने बताया कि गुरूवार की शाम भजन कीर्तन से मुख्य समारोह का आगाज और आधी रात को भगवान का विशेष जन्मोत्सव झांकी सजेगी। इसी क्रम में दुर्गाकुण्ड स्थित इस्कान मंदिर और चौखम्भा स्थित गोपाल मंदिर में भव्य सजावट के साथ भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।