नई दिल्ली। केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि उनका मंत्रालय ताप और पन बिजली क्षेत्र में अटकी और वित्तीय दबाव का सामना कर रही परियोजनाओं को पटरी पर लाने के लिए अपनी ओर से प्रयास कर रहा है। उनके इस बायान को बिजली क्षेत्र के बारे में सरकार के इरादे का एक संकेत माना जा रहा है।
पीयूष गोयल ने देशवासियों का बिजली की चोरी करने वालों के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि अवैध कनेक्शन समाप्त होने पर ही चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है।
ट्रांसफार्मर जलने की समस्या पर उन्होंने कहा कि इस पर कितना लोड हो ,यह तय करने का काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली तंत्र सुधारने पर उनसे मुलाकात की है। विरासत में मिले खस्ताहाल बिजली के ढांचे में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
पीयूष गोयल ने गोबर से रसोई गैस के उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए देश की बड़ी गोशालाओं में बायोगैस के प्लांट लगाए जाने की आज घोषणा की।
इससे गोशालाओं की आमदनी होगी तथा देश की ईधन जरूरतों को भी पूरा किया जा सकेगा। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, देश में प्रति वर्ष 50 करोड़ टन बायोमास की उपलब्धता है। अकेले कृषि एवं वनोपजों से प्रति वर्ष 12 से 15 करोड टन अतिरिक्त बायोमास उपलब्ध है जिससे करीब 18000 मेगावाट बिजली उत्पादित की जा सकती है।
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