ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा चार टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत एडिलेड टेस्ट से होगी. भारतीय टीम 6 दिसंबर को एडिलेड ओवल में अपना 12वां टेस्ट मैच खेलने उतरेगी. अब तक इस मैदान पर टीम इंडिया को सिर्फ एक टेस्ट में जीत मिली है, उसने यहां 7 टेस्ट गंवाए हैं, जबकि 3 टेस्ट ड्रॉ रहे.
वैसे तो एडिलेड में 13 भारतीय बल्लेबाजों ने शतक जमाए हैं, लेकिन यहां भारत की एकमात्र जीत के हीरो राहुल द्रविड़ रहे हैं. द्रविड़ ने 2003 में 12 से 16 दिसंबर तक खेले गए चार टेस्ट मैचों की सीरीज (2003/04) के दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शतक पूरा किया और अगले दिन 233 रन बनाकर पवेलियन लौटे.
द्रविड़ भारत की पहली पारी में आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे, जिससे भारत का स्कोर 523 रनों पर जा पहुंचा. हालांकि ऑस्ट्रेलिया को 33 रनों की मामूली बढ़त जरूर हासिल हुई. इसके बाद अजीत अगरकर की कातिलाना गेंदबाजी (6/41) की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 196 रनों पर सिमट गई.
इतना ही नहीं, दूसरी पारी में नाबाद 72 रनों की पारी खेलकर द्रविड़ ने टीम इंडिया को 4 विकेट से यादगार जीत दिलाई. जीत के लिए मिले 230 रनों का लक्ष्य भारत ने 6 विकेट खोकर (233/6) हासिल कर लिया. राहुल द्रविड़ ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे. एडिलेड में अब तक 1948 से 2014 के दौरान भारत के खाते में यही एक जीत है. अब विराट ब्रिगेड के सामने यहां दूसरी जीत की चुनौती है.
2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस एडिलेड टेस्ट में वीवीएस लक्ष्मण ने भी 148 रनों की बेशकीमती पारी खेली थी. द्रविड़ के साथ लक्ष्मण ने पांचवें विकेट के लिए 303 रन जोड़े थे. इसके साथ ही लक्ष्मण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2000 से ज्यादा रन (2434) बनाने वाले सचिन तेंदुलकर (3630) के बाद दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए.
एडिलेड की बात करें, तो राहुल द्रविड़ एक पारी में सर्वाधिक रन (233) बनाने वाले विश्व के तीसरे बल्लेबाज हैं. मजे की बात है कि 2003 में उसी एडिलेड टेस्ट की ऑस्ट्रेलियाई पारी में रिकी पोंटिंग ने 242 रनों की पारी खेली थी. इस मैदान पर सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड डॉन ब्रैडमैन के नाम है. उन्होंने 1932 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 299* रनों की नाबाद पारी खेली थी.