“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनमर्ग में 6.4 किमी लंबी जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया, जिससे श्रीनगर और लद्दाख की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को जल्द स्टेटहुड मिलने की उम्मीद जताई।”
गांदरबल, जम्मू-कश्मीर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में 6.4 किमी लंबी जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया। यह टनल श्रीनगर-लेह हाईवे (NH-1) पर स्थित है और सोनमर्ग को श्रीनगर से जोड़ती है। इस टनल के निर्माण से क्षेत्र को ऑल वेदर कनेक्टिविटी मिलने के साथ-साथ यात्रा का समय भी बेहद कम हो जाएगा।
टनल से जुड़ी विशेषताएं
- लंबाई: 6.4 किमी
- ऊंचाई: 2,600 मीटर (8,652 फीट)
- तकनीक: न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM)
- लागत: 2,680 करोड़ रुपये
- समय बचत: गगनगीर से सोनमर्ग का 3 घंटे का सफर अब मात्र 20 मिनट में
- अधिकतम गति: 80 किमी प्रति घंटा`
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने इस उद्घाटन के अवसर पर कहा, “लद्दाख और जम्मू-कश्मीर की वर्षों पुरानी मांग आज पूरी हुई है। यह टनल सिर्फ कनेक्टिविटी का नहीं, बल्कि देश के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। मोदी जो वादा करता है, वह निभाता है।”
उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया
इस उद्घाटन समारोह में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित थे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “हम उम्मीद करते हैं कि केंद्र सरकार जल्द ही जम्मू-कश्मीर को स्टेटहुड का दर्जा बहाल करेगी।”
टनल का सामरिक महत्व
यह टनल न केवल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह टनल सोनमर्ग को लद्दाख और द्रास से जोड़ने वाली जोजिला टनल का हिस्सा है, और दोनों टनल परियोजनाओं के पूरा होने के बाद एशिया की सबसे लंबी टनल बन जाएगी।
टनल निर्माण से जुड़ी चुनौतियां
टनल के निर्माण में 12 साल का समय लगा और इस दौरान कई आतंकवादी हमलों और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा। 2024 में एक आतंकी हमले के दौरान 7 मजदूरों की जान भी गई थी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धांजलि दी।
टनल से क्षेत्र में विकास की उम्मीदें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस टनल से पर्यटन क्षेत्र को भी नई ऊंचाइयां मिलेंगी। सोनमर्ग, करगिल और लेह जैसे इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
टनल की भविष्य की योजनाएं
2028 तक जोजिला टनल का काम पूरा होने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र को 12 किमी लंबी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह परियोजना पूरी होने के बाद एशिया की सबसे लंबी टनल बन जाएगी।
प्रधानमंत्री के 5 प्रमुख बिंदु
- जीवन को आसान बनाना: टनल से बर्फबारी और लैंडस्लाइड के दौरान भी कनेक्टिविटी बनी रहेगी।
- श्रमिकों को श्रद्धांजलि: प्रधानमंत्री ने कहा, “जिन 7 मजदूरों ने जान गंवाई, मैं उन्हें याद करता हूं।”
- पर्यटन को बढ़ावा: क्षेत्र में टूरिज्म को पंख लगेंगे।
- जम्मू-कश्मीर का विकास: “लाल चौक पर अब लोग रात में आइसक्रीम खाने जाते हैं,” पीएम ने कहा।
- राष्ट्रीय सुरक्षा: परियोजना सीमावर्ती इलाकों में सेना की तैनाती को मजबूती देगी।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल