स्वर्गाश्रम रामझूला पुल के समीप दो कांवड़ यात्री गंगा की तेज धारा में बह गए। एसडीआरएफ और जल पुलिस ने काफी देर तक तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया। वहीं, एसडीआरएफ अब तक 56 कांवड़ियों की जान बचा चुकी है।

सूचना पाकर जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। काफी प्रयास के बाद भी दोनों का कुछ पता नहीं चल पाया। अन्य साथियों ने उनके डूबने की जानकारी पुलिस को दी।
थाना प्रभारी लक्ष्मण झूला प्रदीप कुमार राणा ने बताया कि फिर से सर्च अभियान शुरू किया जाएगा। फिलहाल दोनों युवकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
अब तक गंगा में डूबने से बचाए 56 कांवड़िये
हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा में स्नान करते वक्त बहने वालों के लिए एसडीआरएफ के जवान फरिश्ता बनकर आगे आ रहे हैं। कांवड़ यात्रा के नौ दिनों में एसडीआरएफ और जल पुलिस के जवानों ने 56 लोगों की जान बचाने में कामयाबी पाई है। इसकी हर तरफ प्रशंसा की जा रही है।
हरिद्वार और ऋषिकेश में कांवड़ लेने आ रहे कांवड़ यात्री गंगा स्नान के दौरान गहराई का अंदाजा न होने पर बहने लगते हैं। हरकी पैड़ी, गंगनहर, भीमगोड़ा, वीआइपी घाट, ऋषिकेश से लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम समेत अन्य जगह गंगा तट पर स्नान करते हुए कांवड़िये गंगा में बहे। लेकिन, कांवडिय़ों और गंगा स्नान करने वाले भक्तों की सुरक्षा में तैनात एसडीआरएफ, जल पुलिस, पीएसी के जवानों ने उन्हें बचा लिया।
पुलिस मुख्यालय में अकेले हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा में बहने वाले 56 लोगों के बहने की सूचना दर्ज हो चुकी है। यह सूचना सिर्फ कांवड़ यात्रा शुरू होने से सोमवार तक की है। एसडीआरएफ के आइजी संजय गुंज्याल का कहना है कि इस बार कांवड़ा यात्रा में जल रेस्क्यू में निपुण जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा जल रेस्क्यू से जुड़े उपकरण भी इस बार ज्यादा उपलब्ध हैं।
रेस्क्यू के वीडियो को देखा 36 लाख ने
हरिद्वार में गंगा में बहे एक कांवड़िये के रेस्क्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। इस वीडियो को अब तक 36 लाख लोगों ने देखा लिया है, जबकि 4923 ने शेयर किया है। कमेंट करने वालों की संख्या भी हजारों में पहुंच गई है। इस वीडियो में एसडीआरएफ के जवानों ने 300 मीटर से ज्यादा दूरी तक बहे कांवड़िये को सकुशल बचाया है
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