अहमदाबाद। मरे हुए जानवरों की खाल उतारने पर ऊना में चार दलित युवकों को कार से बांधकर पीटने के मामले के विरोध में बुधवार को गुजरात बंद का ऐलान किया था। विरोध प्रर्दशन के दौरान दलित समुदाय द्वारा कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी हो रहे है। इन प्रदर्शन के दौरान हाईवे पर ट्रैफिक जाम लग गया।
प्रदर्शनकारियों ने शापर-वेरावल हाईवे पर पत्थर रखकर जाम लगा दिया था। इसकी सूचना जब राजकोट के एसपी अंतरीप सूद को मिली तो वह तुरंत मौके पर पहुंच गए। वाहनों की लंबी लाइन लगी थी और सामने पत्थर से जाम लगा हुआ था। एसपी ने खुद सड़क से पत्थर हटाना शुरू कर दिए। सड़क से पत्थर उठाते एसपी की उनकी तस्वीर वायरल हो गई है और उनकी जमकर तारीफें हो रही है।
उनकी इस पहल से प्रदर्शनकारियों को शांत होना पड़ा और वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई।
गौरतलब है कि इससे पहले समूचे गुजरात में उग्र प्रदर्शन किया गया। इसके विरोध में ऊना में ही मंगलवार को एक दलित युवक ने अपनी जान दे दी। लेकिन आत्महत्या का प्रयास करने वाले चार अन्य दलित युवकों को बचा लिया गया।
करीब 24 घंटे के अंदर ऊना कस्बे में सात दलित युवाओं ने आत्महत्या करने की कोशिश की। इनमें से तीन युवकों ने जूनागढ़ के बंतवा में जहरीला पदार्थ खा लिया।