अमेरिका ने आतंकवादी संगठनों पर लगाम लगाने के अपने लक्ष्य के तहत एक और कड़ा कदम उठाया है. ट्रम्प प्रशासन ने ईरान के एक बैंक प्रमुख को वैश्विक आतंकी बताते हुए उसपर आर्थिक प्रतिबन्ध लगा दिए हैं. अमरीकी वित्त विभाग ने ईरान के केंद्रीय बैंक के गवर्नर वालियोल्ला शेफ पर आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को लाखों डॉलर की आर्थिक मदद देने का आरोप लगते उसपर आर्थिक प्रतिबन्ध लगा दिए हैं. वित्त विभाग के सचिव स्टीवन मिहनूशील ने इस बात की पुष्टि की है.
अमेरिका के इस कदम का मुख्य उद्देश्य ईरान को वैश्विक आर्थिक प्रणाली से दूर करना है, इसका मतलब यह है कि जो कोई शेफ के साथ कारोबार करेगा, उसे अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से बाहर निकाल दिया जाएगा. इससे पहले अमेरिका, ईरान के साथ अपना परमाणु समझौता भी तोड़ दिया था. खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईरान के साथ परमाणु करार तोड़ने का ऐलान किया था. हलांकि, ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्रम्प के इस ऐलान के बाद अपना बयान देते हुए कहा था कि अमेरिका के करार तोड़ने के बाद भी ईरान इस परमाणु समझौते का हिस्सा बना रहेगा.
अमेरिका पहले भी ईरान के ऊपर आतंकवादियों को पहन देने और हथियारों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा चुका है, परमाणु करार तोड़ने के दौरान भी अमेरिका ने दलील दी थी कि ईरान परमाणु समझौते का गलत इस्तेमाल कर रहा है। ईरान उसे मिल रही परमाणु सामग्री का इस्तेमाल हथियार बनाने में कर रहा है, बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण कर रहा है और इन हथियारों को हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठों को उपलब्ध करा रहा है, जिसे आतंकी सीरिया, यमन और इराक में हमला करने में इस्तेमाल कर रहे हैं.
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