वाशिंगटन। अमेरिका के एक वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता ने शरिया कानून में विश्वास रखने वाले मुसलमानों को अमेरिका से निष्कासित करने के अपने बयान पर ‘यू टर्न’ लेते हुए कहा है कि उनके बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के पूर्व स्पीकर न्यूट गिगरिच ने फ्रांस के नीस शहर में 84 लोगों की जान लेने वाले आतंकवादी हमले के बाद एक समाचार चैनल से कहा था कि अब अमेरिकी मुसलमानों की परीक्षा लेने की आवश्यकता है। गिंगरिच ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, कि पश्चिमी सभ्यता युद्ध की स्थिति में है। सच कहूं तो हमें मुस्लिम पृष्ठभूमि वाले हर व्यक्ति की परीक्षा लेनी चाहिए और यदि वे शरिया में भरोसा रखते हैं तो उन्हें निर्वासित कर दिया जाना चाहिए। शरिया पश्चिमी संस्कृति से मेल नहीं खाता। व्हाइट हाउस ने उनके इस बयान को अस्वीकार्य बताकर उसकी कड़ी निंदा की थी। गिंगरिच ने कहा कि मैं यह सुन-सुनकर थक और उकता चुका हूं कि इतिहास की सबसे समृद्ध एवं सबसे शक्तिशाली सभ्यता मध्यकालीन बर्बर लोगों के एक समूह के सामने असहाय है। बहरहाल, उन्होंने बाद में अपनी बात से पीछे हटते हुए कहा कि मैंने बीती रात जो साक्षात्कार दिया था, उसे आश्चर्यजनक रूप से तोड़ा मरोड़ा गया है। मैं शरिया के मामले पर आज और बाद में लंबे समय तक फेसबुक लाइव पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे स्पष्ट तरीके से बात करने दीजिए। हमें मस्जिदों पर नजर रखनी होगी। मेरा मानना है कि यदि आप मस्जिदों पर नजर रखने के लिए तैयार नहीं हैं, तो पूरी चीज एक मजाक है। उन्होंने कहा कि किसी भी वेबसाइट पर यदि कोई आईएसआईएस या अलकायदा या अन्य आतंकवादी समूहों का समर्थन करता है तो यह घोर अपराध है और ऐसे व्यक्ति को जेल भेजा जाना चाहिए।
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