लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रावास आवंटन को लेकर चीफ प्रोवोस्ट प्रो. एसपी त्रिवेदी से अभद्रता करने के आरोप में कुलानुशासक टीम ने चार छात्रों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करा दी है। साथ ही इन छात्रों को विवि से निष्कासित भी कर दिया है। विवि में बढ़े रहे अराजकता के माहौल को कम करने के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड की ओर से छात्रों पर सख्त कार्रवाई की गई है।
गौरतलब हो कि कुलानुशासक कार्यालय ने विवि के करीब ऐसे 150 छात्रों की सूची तैयार कर सभी प्रोवोस्ट को भेजा था। जिन पर विवि कैम्पस में हंगामा, तोडफोड़ करने तक आरोप लगे थे। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन सभी छात्रों को हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया से बाहर रखने के आदेश दिए थे। जिसे नाराज होकर इन अराजक छात्रों ने चीफ प्रोवोस्ट के आफिस पर हंगामा किया था। एक सप्ताह पहले किया था हंगामा लविवि में हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया के दौरान बीए द्वितीय व तृतीय वर्ष के छात्र दविंदर, प्रभात सिंह, शेखर यादव, शशांक सिंह ने दस बारह लड़कों के साथ मिलकर चीफ प्रोवोस्ट एसपी त्रिवेदी के साथ अभद्रता की। साथ विभाग में मौजूद रिसर्च स्कॉलर्स व स्टाफ के साथ भी अभ्रदता की। इसकी शिकायत चीफ प्रोवोस्ट ने प्रॉक्टर ऑफिस में की. मामले की जांच के बाद करीब एक सप्ताह बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने चारों दोषी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज दी गई है। वहीं विवि प्रशासन ने अपनी ओर से जांच के बाद चारों छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है. इन चारों छात्रों को डांक द्वारा शनिवार को नोटिस भेज दी गई है।
प्रोवोस्ट के सहयोग से हॉस्टल में रहते हैं निष्कासित छात्र साल भर हॉस्टलों में छात्रों के हंगामें थमने का नाम नहीं लेते। इन सभी हॉस्टलों में निष्कासन के बाद भी छात्र डेरा जमाए रहते हैं। कुलानुशासक टीम जितनी भी कड़ाई कर ले लेकिन प्रोवोस्ट की शह पर निष्कासित छात्र हॉस्टल में बेखौफ रह रहे है।