जयपुर। विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष नरपतसिंह शेखावत ने कहा कि सरकार विकास के नाम पर मंदिरों को हटाना और मस्जिद और मजारों को बचाना तुष्टिकरण है। सरकार को बिना भेदभाव के समान रूप से कार्रवाई करनी चाहिए।
विहिप प्रदेशाध्यक्ष शेखावत शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विहिप कभी किसी सरकार के आगे बेबस नहीं रही है। जहां भी हिन्दू आस्था पर चोट करने की कोशिश हुई विहिप ने आंदोलन किया। उन्होंने राजस्थान सरकार के गोसंरक्षण के लिए किए जा रहे कामों की तारीफ करते हुए कहा कि जब से सरकार बनी है, तब से इस दिशा में अच्छे प्रयास हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में गठित मंत्री मंडलीय उपसमिति ने इस दिशा में काफी प्रयास किए हैं। गोरक्षा से जुड़े संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ विचार- विमर्श कर प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
इसके लागू होने पर गायों और गौशालाओं की आर्थिक स्थिति हमेशा के लिए ठीक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मंत्री मंडलीय उपसमिति के साथ हुई बैठक में गायों का आध्यात्मिकता के साथ- साथ आर्थिक महत्व बढ़ाने पर भी विचार हुआ। इससे प्रदेश के दो करोड़ गोवंश को बचाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि 7 नवम्बर को गोपाष्टमी के अवसर पर विहिप की ओर से प्रदेशभर में गोपूजन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही गोरक्षा आंदोलन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सुराज संकल्प पत्र में की गई गोसंरक्षण से संबंधित घोषणाओं को अमल में लाने के लिए गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में एक मंत्री मंडलीय उपसमिति बनाई है।
इसमें पशुपालन मंत्री प्रभुलाल सैनी और सहाकारिता मंत्री अजयसिंह किलक को भी शामिल किया गया है। सांसद सुमेधानंद सरस्वती को भी बैठकों सुझाव के लिए बुलाया जाता है।
समिति गोसंवर्धन और गौशालाओं का काम देखने वाले लोगों के साथ विचार विमर्श करके एक रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसके बाद सरकार प्रदेश में गोचर भूमि, गौशालाओं के लिए अनुदान, गोसंवर्धन और गो आधारित आयुर्वेद और हर्बल के लिए नियम बनाएगी।