इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी और अन्य लोगों की मौत पर गंभीर चिंता प्रकट करने के लिए सोमवार को भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया और मौलिक अधिकारों के खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ ‘निष्पक्ष और पारदर्शी’ जांच की मांग की। एक बयान के अनुसार विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को तलब किया और कश्मीर में भारतीय सेना और अद्र्धसैनिक बलों द्वारा कश्मीरी नेता बुरहान वानी और कई अन्य लोगों के मारे जाने पर पाकिस्तान की गंभीर चिंता प्रकट की।उन्होंने कहा कि न्यायेेतर हत्याओं के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे बेगुनाह नागरिकों पर अत्यधिक बल प्रयोग निंदनीय है और जीवन के अधिकार, अभिव्यक्ति और विचारों की आजादी के अधिकार, शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार, शांतिपूर्ण तरीके से एकत्रित होने के अधिकार और अन्य मौलिक अधिकारों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है। बयान के अनुसार विदेश सचिव ने भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की भी निंदा की। इसमें कहा गया कि उन्होंने कहा कि इस तरह बल का अंधाधुंध इस्तेमाल किसी भी हाल में मंजूर नहीं है। विदेश सचिव ने इन मौतों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की बात कही।बयान के मुताबिक इस बात पर जोर दिया गया कि दमनकारी कदम जम्मू कश्मीर के बहादुर लोगों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप आत्मनिर्णय के उनके अधिकार का इस्तेमाल करने की मांग से विमुख नहीं कर सकते।