नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के खिलाफ विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल में स्थायी कमीशन नहीं दिए जाने को लेकर केस दर्ज कराया है। पूजा ने कहा कि उन्हें फुल सर्विस देने से इनकार करने का भारतीय वायुसेना का फैसला ‘‘पूर्वाग्रह से प्रेरित, भेदभावपूर्ण, मनमाना और पूरी तरह से अनुचित है।’’ मामले में एयरफोर्स को चार सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है। पूजा के वकील का कहना है कि यह ‘‘लिंगभेद से जुड़ा हुआ मामला नहीं है’’, बल्कि प्रक्रियागत मामला है। उनके वकील रिटायर्ड मेजर एस पांडे ने कहा, ‘‘वायुसेना कह रही है कि 2012 में पूजा को परमानेंट कमीशन ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अब उन्हें नया ऑफर नहीं दिया जा सकता है।’’ वकील ने आगे कहा, ‘‘उन्होंने (पूजा) इसलिए इनकार किया था क्योंकि वह उस समय ऐसा नहीं चाहती थीं।’’ उनके अनुसार यह निर्णय केवल अस्थायी था। गौर हो कि परमानेंट कमीशन का मतलब, रिटायर होने तक सेवा में बने रहना होता है।

बता दें कि विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने पिछले वर्ष बराक ओबामा के भारत दौरे पर उनके लिए ट्राई-सर्विसेस के गार्ड ऑफ ऑनर की अगुवाई की थी।
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