
पणजी । गोवा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वोटकटवा दलों पर चुटीले अंदाज में निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोग लोकतंत्र के जेबकतरे हैं।
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो सिर्फ वोट काटते हैं। इससे किसी का भला नहीं होता, लेकिन लोकतंत्र की जेब कट जाती है।’ पंजाब और गोवा में 4 फरवरी को मतदान होना है।
गोवा में बीजेपी के चुनावी अभियान को धार देने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा, ‘गोवा छोटे राज्यों में चमकता सितारा है। इसने बड़े राज्यों को भी सबक सीखने के लिए प्रेरित किया है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में गोवा ने बड़ा काम किया है। कई बार स्टेडियम में बैठकर मैच सही नहीं दिखता, लेकिन घर में बैठकर टीवी पर अच्छा दिखता है। इसी तरह मैं दिल्ली में बैठता हूं और मुझे गोवा पूरा दिखता है। सर्वांगीण विकास किसे कहते हैं, इसका उदाहरण गोवा सरकार ने पेश किया है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘बहुत सालों से गोवा को एक बीमारी लगी हुई है। यह चुनाव उस बीमारी से गोवा को मुक्त करने का चुनाव है, यह बीमारी है- अस्थिरता।
राजनीतिक उठापटक और खरीद बिक्री ने गोवा की सारी बातों को पीछे रख दिया। याद करें पुराने लोग कि 1990 से 2000 तक के कालखंड में गोवा में एक दर्जन से ज्यादा सीएम हुए। उस वक्त सरकार इसी बात में बिजी थी कि अलग शपथ समारोह कब होगा।’
कांग्रेसी मंत्री के पास मिले 150 करोड़ के नए नोट: मोदी
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक में मंत्री के पास से 150 करोड़ रुपये के नोट मिले हैं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं, उस मंत्री से इस्तीफा भी नहीं लिया गया है।
मैंने पूरे देश में करप्शन के खिलाफ मुहिम छेड़ी है। करप्शन में बड़े लोग होते हैं, इसीलिए मुझ पर जुल्म हो रहे हैं क्योंकि उन्हें मुझसे परेशानी हो रही है।’
पीएम मोदी ने गोवा की जनता से आरामदायक बहुमत देने की मांग करते हुए कहा कि सही बहुमत मिलने पर ही सूबे का समग्र विकास संभव हो सकेगा।
पीएम मोदी ने गोवा के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए किए गए उपायों का जिक्र करते हुए कहा, ‘मौजूदा सरकार टूरिज्म पर बल दे रही है। दुनिया के टूरिस्ट गोवा आना पसंद करते हैं, क्योंकि सरकार ने पर्यटन की सुविधाओं का विस्तार किया है। अनेक देशों को अराइवल और ऑनलाइन वीजा की सुविधा दी गई है।
इसका सीधा लाभ गोवा की जनता और गोवा की सरकार ने उठाया है। टीवी पर ऐड दिखाने से ही मानते थे कि टूरिज्म बढ़ जाएगा, लेकिन इससे विदेशी नहीं आते। अगर टूरिज्म बढ़ाना है तो विदेशों में ताकत बढ़ानी होती है और उनकी संख्या बढ़ानी होती है, उन्हें प्रेरित करना होता है।’
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