झाँसी । बुंदेलखंड के सरदार सिंह गुर्जर ने झाँसी के सीजे एम कोर्ट में बसपा सुप्रीमो के खिलाफ याचिका दायर की है। झाँसी जिला कारागार में बंद सरदार सिंह गुर्जर ने अपने वकील के माध्यम से याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया है कि उसने बसपा से विधान सभा का टिकट हासिल करने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती को 43 लाख रूपये दिए थे।
सरदार सिंह के अधिवक्ता रवींद्र कुमार शर्मा ने बताया कि कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए बसपा सुप्रीमो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। याचिका में दावा किया गया है कि वह साल 2001 से बसपा का सदस्य है। सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के लहरगिर्द निवासी सरदार सिंह ने याचिका में दावा किया है कि 17 अक्टूबर 2006 में मायावती झाँसी के सिविल लाइन में एक कार्यकर्ता के घर आईं थी। यहाँ गरौठा सीट के लिए प्रत्याशी तय होना था। बैठक में उसे चुनाव लड़ने के लिए कहा गया और टिकट के एवज में पार्टी फंड के लिए 50 लाख रूपये की मांग की गई। याचिका के मुताबिक सरदार ने फसल बेचकर और रिश्तेदारों से कर्ज लेकर 43 लाख रूपये एकत्र किये और मायावती को दे दिए।
रूपये देने के बाद उसने क्षेत्र में जाकर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन उसे टिकट नहीं दिया गया। उसने 2012 में दोबारा टिकट माँगा तब भी मना कर दिया गया। अधिवक्ता रवींद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अभियुक्ता बसपा सुप्रीमो मायावती को तलब कर दण्डित किये जाने की मांग की गई है। सरदार सिंह गुर्जर पर अपहरण, हत्या, फिरौती समेत दर्जनों संगीन मुकदमे दर्ज है और पिछले दिनों पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था। लंबे समय तक फरार रहे सरदार सिंह गुर्जर के खिलाफ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा था।