प्राग। ओलम्पिक खेलों में रूस के एथलीटों पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ विरोध जताते हुए चेक गणराज्य ओलम्पिक समिति ने इसे पूरी तरह अस्वीकार्य है और अन्यायपूर्ण करार दिया है। समिति के अध्यक्ष जिरी केजवाल ने एक समाचार पत्र को दिये साक्षात्कार में कहा,“सभी एथलीटों पर लगा प्रतिबंध पूरी तरह अस्वीकार्य है और अन्यायपूर्ण है।”उन्होंने कहा कि उनके विचार में रूस के एथलीट एक घोटाले के शिकार बने हैं, जिसकी जिम्मेदारी विश्व डोपिंगी रोधी एजेंसी (वाडा) पर है। जिरी ने कहा कि इस घोटाले में शुरू से लेकर अंत तक प्रणाली की कमी जिम्मेदार है। इस बात पर जोर दिया जाना चाहिए कि सोची में लिए गए रूसी एथलीटों के नमूने स्वयं एथलीटों के द्वारा नहीं लिए गए थे, बल्कि वाडा प्रशासन के प्रतिनिधियों ने इन्हें लिया था। उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में इनकी जांच की और अगर अब किसी ने कहा है कि इन नमूनों के साथ छेड़छाड़ की गई है, तो फिर इन्हें किसी दूसरी प्रयोगशाला में क्यों नहीं भेजा गया? चेक गणराज्य ओलम्पिक समिति अध्यक्ष ने कहा कि वाडा के कार्य ने विशेषज्ञों के बीच कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं।