पत्रकार जमाल खशोगी की गुमशुदगी मामले की जांच के तहत इस्तांबुल में सऊदी अरब वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों से शुक्रवार को पूछताछ की गई और शहर के एक जंगल में तलाश अभियान चलाया गया. इस बीच, अंकारा ने खशोगी के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को जांच से जुड़ी कोई ऑडियो रिकार्डिंग देने से इनकार कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खशोगी की मौत होने की आशंका को स्वीकार किया है. उसकी गुमशुदगी को 17 दिन हो चुके हैं. सरकार समर्थक तुर्कीश मीडिया ने बार – बार दावा किया है कि खशोगी को वाणिज्य दूतावास के अंदर प्रताड़ित किया गया.
हालांकि, तुर्की ने जांच का ब्योरा अब तक साझा नहीं किया है. तुर्की के जांचकर्ताओं ने वाणिज्य दूतावास और वाणिज्य दूत के आवास की तलाशी लिए जाने के बाद यह पूछताछ की. गौरतलब है कि खशोगी दो अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में घुसने के बाद से नहीं देखे गए हैं. तुर्की के अधिकारियों ने दावा किया है कि उनकी वहां हत्या कर दी गई.

जमाल खशोगी का अवशेष सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास से बाहर ले जाने की संभावना: तुर्की
तुर्की के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सऊदी अरब के लापता पत्रकार जमाल खशोगी के मामले की जांच में अब जांचकर्ता इस संभावना को टटोल रहे हैं कि अगर उनकी हत्या सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास के भीतर हुई है तो उनके अवशेष को इस्तांबुल के बाहर जंगल में या किसी दूसरे शहर में ले जाया गया होगा. अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को शुक्रवार को बताया कि पुलिस ने यह पता लगाया है कि जिस दिन खशोगी दूतावास गए थे और लापता हुए उसी दिन सऊदी वाणिज्य दूतावास की दो गाड़ियां दूतावास बाहर निकलीं.
मौजूदा जांच की गोपनीयता को देखते हुए अधिकारी ने नाम न जाहिर करने के शर्त पर बताया कि इनमें से एक वाहन इस्तांबुल के बाहर ‘बेलग्रेड फॉरेस्ट’ गया था जबकि दूसरी गाड़ी यालोवा गई. अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पुलिस ने इन क्षेत्रों की जांच की है या नहीं. तुर्की की मीडिया की खबरों के मुताबिक सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में उन लोगों ने खशोगी की हत्या क्रूरतम तरीके से कर शव के टुकड़े किए जिनका ताल्लुक सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान से है.
इनपुट भाषा से भी
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