सियोल। उत्तर कोरिया लगातार परमाणु परीक्षण कर अपने जखीरे को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष के अंत तक उसके पास करीब बीस परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री मौजूद हो जाएगी। वह लगातार इसके लिए कोशिश कर रहा है। हथियारों के विशेषज्ञों द्वारा किए गए आंकलन के मुताबिक उत्तर कोरिया यूरेनियम और प्लूटोनियम की मात्रा को बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के चलते करीब एक दशक तक अपने परमाणु कार्यक्रम को रोककर रखा हुआ था।
लेकिन अब यह कार्यक्रम फिर से शुरू हो गया है और उत्तर कोरिया पूरी तरह से अपने को न्यूक्लियर पावर बनाने की मुहिम में जुटा हुआ है। विशेषज्ञों के आंकलन के मुताबिक इस वर्ष के अंत तक वह करीब छह परमाणु बम भी बना लेगा। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर निगाह रखने वाले विशेषज्ञ सेगफ्रेड हैकर का मानना है कि किसी देश के पास परमाणु हथियार बनाने के लिए कितनी सामग्री मौजूद है इसका ठीक-ठीक आंकलन करना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन जिस तरह से दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के फिर से परमाणु परीक्षण करने की बात कही है उससे यह बात जाहिर होती है कि उसके पास इसको लेकर पर्याप्त सामग्री है। वहीं दक्षिण कोरिया भी मानता है कि इस परीक्षण को लेकर उत्तर कोरिया पूरी तरह से तैयार है और वह ऐसा कभी भी कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक उसके पास परमाणु बम बनानेे के लिए पर्याप्त सामग्री मौजूद हैै। हैकर ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि वर्ष 2010 में वह उत्तर कोरिया की योंगब्योन न्यूक्लियर फेसेलिटी देखने गए थे, जिस बिनाह पर वह कह सकते हैं कि उत्तर कोरिया के पास छह परमाणु बम बनाने का सामान मौजूद है। उनके मुताबिक 32 से 54 किग्रा तक प्लूटोनियम स्टॉक में है। उन्होंने कहा कि हाल ही में किए गए परमाणु परीक्षण से उनका यह दावा सही साबित होता है। ऐसा ही कुछ दावा दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने भी किया था। हैकर ने इसको उत्तर कोरिया का नया न्यक्लियर वाइल्डकार्ड भी कहा है। हैकर यूएस लॉस एलामोस नेशनल लैबोरेट्री के डायरेक्टर हैं। यहां पर परमाणु हथियारों का डिजाइन तैयार किया जाता है। हालांकि उन्होंनेे यह साफ कर दिया कि वह यह नहीं जानते हैं कि उत्तर कोरिया के पास कितने एडवांस्ड परमाणु हथियार होंगे।
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