ईटनगर : आज अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस की नबाम तुकी सरकार को अपना शक्ति परीक्षण करना था। इससे पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए बड़े बदलाव किए है। यदि पार्टी विधानसभा में बहुमत साबित करती है, तो मुख्यमंत्री के तौर पर तुकी नहीं बल्कि पेमा खांडू को लाया जाएगा। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने यह कदम बागी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए उठाया है।
हांला कि पूरी तस्वीर पर से पर्दा कुछ देर बाद ही उठेगा। खबरों के अनुसार, खांडू को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है, तुकी ने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन फिर भी, सवाल यही है कि कांग्रेस विधानसभा में अपना समर्थन कैसे साबित करेगी। राज्यपाल ने तुकी को फ्लोर टेस्ट के लिए मांगे गए 10 दिन के समय को देने से इंकार कर दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल 36 विधायकों के साथ पड़ोसी राज्य असम की राजधानी में बैठकर विश्वास मत का इंतजार कर रहे है। पुल ने कहा कि उनके साथ 43 विधायक है, जो नबाम को टिकने नहीं देंगे। 60 सदस्यी अरुणाचल विधानसभा में फिलहाल 58 ही सदस्य है। कांग्रेस को 30 विधायकों का समर्थन चाहिए, जब कि फिलहाल उनके पास केवल 15 सदस्यों का ही समर्थन है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद दिल्ली स्थित अरुणाचल भवन में ही नबाम तुकी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था। नबाम के अरुणाचल पहुंचने से पहले से ही 36 विधायक गुवाहाटी में डेरा जमाए हुए थे