लखनऊ। यूपी में एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां रेप के वीडियो की सरेआम बिक्री की जा रही है। 30 सेकंड से लेकर पांच मिनट तक के ये वीडियो क्लिप 50 रुपए से लेकर 150 रुपए तक में खुलेआम बेचे जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ये धंधा यूपी पुलिस की नाक के नीचे चल रहा है और उसे खबर तक नहीं है। यूपी ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी इस तरह के वीडियो बेचे जा रहे हैं।
किसे बेचे जा रहे वीडियो?
इस तरह के वीडियो ऐसे लोगों को दिए जाते हैं जो ग्राहक उस दुकान के नियमित ग्राहक होते हैं और वे इन वीडियोज को लीक नहीं करते या दुकानदार पर कोई कार्रवाई का अंदेशा इस तरह के ग्राहकों से नहीं होता है। लोग इन वीडियोज़ को काफी देखते हैं। युवाओं में इन वीडियोज़ की काफी मांग रहती है।
यूपी में बढ़े रेप के मामले-
हाल ही में आई नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट में यूपी में पिछले एक साल में 161 प्रतिशत रेप के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। प्रदेश में धड़ल्ले से बिक रहे रेप वीडियोज को रेप का प्रमुख कारण माना जा रहा है। प्रदेश में रेप के मामले में वृद्धि क्यों हो रही है। इस मामले में जब लोगों का ध्यान गया तो यह बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश में रेप अर्थात् बलात्कार के वीडियो बिकते हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 में 38 हजार प्रकरण सामने आए हैं। जिसमें से 3700 रेप केस दर्ज हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ी रेप वीडियो की मांग –
अब लोग इस तरह के वीडियोज़ की तलाश सोशल मीडिया वेबसाईट फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्वीटर, टंबलर आदि पर कर रहे हैं। कई बार तो पीड़ितों से ब्लैकमेलिंग भी की जाती है। इन वीडियोज के सामने आने के कारण यह बात भी सामने आई है कि यूपी में लगभग हर दिन रेप होता है।
वीडियो में लोगों से रहम की भीख मांग रही छात्रा –
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक एक वीडियो में कुछ लोग गन्ने के खेत में एक स्कूल की लड़की को घेरे हुए खड़े हैं। डरी-सहमी लड़की हाथ जोड़ कर उनसे भीख मांग रही है। वीडियो में वह चीखती-चिल्लाती नजर आ रही है कि कोई उसे बचा लेगा। दरअसल लोग या फिर संगठित गैंग इस प्रकार के वीडियो ट्विटर, टंबलर या फेसबुक से डाउनलोड करके बेचते हैं। कई बार रेप या यौन हमले में शामिल लोग खुद इसकी वीडियो बनाते हैं और इन्हें ऑनलाइन पोस्ट करते हैं।
अखिलेश नाराज-
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी में हो रहे रेप वीडियो के बिजनेस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने डीजीपी जावीद अहमद को मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
क्या कहती है पुलिस?
वरिष्ठ पुलिसकर्मी के मुताबिक रेपिस्ट अक्सर अपराध को अंजाम देते वक्त अपने फोन में इसका वीडियो भी बनाते हैं। वे इसका इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने और दोबारा शिकार करने के लिए करते हैं। वह पीड़ित को रेप वीडियो पोस्ट करने की धमकी भी देते है। आगरा सिटी एसपी सुशील चंद्रभान के मुताबिक उन्होंने ताजगंज और सदर इलाकों में रेड मारकर एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस तरह के चलन को रोक पाना लगभग नामुमकिन होगा।