केंद्रीय कर्मचारी 7वें वेतन आयोग से इतर अपनी न्यूनतम बेसिक पे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वहीं देश में कई राज्य ऐसे हैं जहां यह वेतन आयोग लागू ही नहीं हुआ है. इस क्रम में सोमवार को जम्मू-कश्मीर के शिक्षक दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगे. उनका कहना है कि उन्हें 7वें वेतन आयोग का लाभ नहीं मिल रहा है. उधर, रेलवे कर्मचारी भी कुछ भत्तों का लेकर लगातार अल्टीमेटम दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे ट्रेन रोक देंगे.
सैकड़ों शिक्षकों ने किया राज्य में प्रदर्शन
टीचर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी (TJAC) के बैनर तले शिक्षकों ने 30 अगस्त से जम्मू में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. इसके बाद 3 सितंबर से कश्मीर के शिक्षक भी धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि 41 हजार शिक्षक, जो 5 साल की सेवा के बाद नियमित हो गए हैं, उन्हें 7वें वेतन आयोग का लाभ मिलना चाहिए.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को सैकड़ों शिक्षक प्रताप पार्क श्रीनगर पर इकट्ठा हुए और सर्व शिक्षा अभियान के तहत 7वां वेतन आयोग लागू करने की मांग की. पुलिस को शिक्षकों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार मारनी पड़ी. कुछ शिक्षक नेताओं को पुलिस कोठी बाग पुलिस स्टेशन भी ले गई.
मांगें नहीं मानीं तो स्कूलों पर ताला जड़ देंगे
टीजेएसी के प्रोविनशियल प्रेसिडेंट कुलदीप सिंह ने कहा कि गर्वनर हमारी मांगों को सुन नहीं रहे हैं, इसलिए दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया जाएगा. अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम राज्य के सारे स्कूलों पर ताला जड़ देंगे. हम ऐसा नहीं चाहते की बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो लेकिन हमारे पास दूसरा विकल्प भी नहीं है. रविवार को भी शिक्षकों ने प्रदर्शन किया था और गवर्नर से मांग की कि 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं.
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