पटना। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लडेगा इस बात का ख़ुलासा स्वयं आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को किया । यह घोषणा उस समय हुई जब बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल–यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बहुजन समाज संघर्ष समिति की एक रैली को संबोधित करने वाले थे । आरजेडी और जेडीयू बिहार में सहयोगी दल हैं । लालू प्रसाद यादव ने समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के साथ अपनी रिश्तेदारी को यूपी में चुनाव न लड़ने का कारण बताया । उन्होंने कहा ”समधी का भी ख्याल रखना है।” उल्लेखनीय है लालू प्रसाद यादव की सबसे छोटी बेटी का विवाह मुलायम सिंह यादव के नाती के साथ हुआ है । नीतीश कुमार बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पूर्व नेता आर के चौधरी के निमंत्रण पर छत्रपति साहूजी महाराज की जयंती में भाग ले रहे हैं । नीतीश कुमार सक्रिय रूप से उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और उन्होंने जेडीयू के झंडे तले काफी रैलियों को संबोधित किया है । विशेषज्ञों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव की यह घोषणा चुनावों में जेडीयू की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है क्योंकि आरजेडी का यह
निर्णय समाजवादी पार्टी को लाभ पहुंचा सकता है । लालू-मुलायम के पक्ष में यादव और मुस्लिम वोट आ सकते हैं । इससे जेडीयू पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है । अपने रिश्तेदार के प्रति अपनी पसंद व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को एक खुला संकेत दिया है कि वह समाजवादी पार्टी को जेडीयू से अधिक महत्व देते हैं । लालू प्रसाद यादव ने कहा, ”हम समधी की बात पर ध्यान देंगे” ।