लखनऊ। राजधानी स्थित डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल को सूचना विभाग की जमीन मिल गयी है। अब सूचना विभाग अपने नये भवन में शिफ्ट होगा। सूचना विभाग की जमीन का उपयोग सिविल अस्पताल के विस्तार में किया जायेगा। इसकी घोषणा शनिवार को मुख्यमंत्री के सलाहकार आलोक रंजन ने पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर की।
गौरतलब हो कि सिविल अस्पताल में काफी कम जगह है। अब सूचना विभाग की विल्डिंग मिलने के बाद अस्पताल के विस्तार में सुविधा होगी। अब सिविल अस्पताल में 100 बेड का ट्रामा सेन्टर भी खुलेगा। अस्पताल भवन के विस्तार को लेकर सरकार की तरफ से पहले ही राज्य सूचना विभाग की जमीन को ट्रांसफर करने का आदेश जारी हो चुका है। 3000 वर्ग मीटर की सूचना विभाग की जमीन पर 10 मंजिला मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए यूपीआरएनएन एस्टीमेट तैयार कर रहा है।
ये होगी खासियत-
अस्पताल का कायाकल्प तीन चरणों में किया जाएगा। पूरे प्रस्ताव पर करीब 300 से 400 करोड़ रुपए के खर्च होने का अनुमान है। मास्टर प्लान के मूर्त रूप लेते ही अस्पताल नये रूप और रंग में दिखाई देगा। 10 मंजिला इस बिल्डिंग के बेसमेंट में पार्किंग भी बनाई जाएगी, जबकि पहले फ्लोर पर ओपीडी और दूसरी मंजिल पर दवा काउंटर के साथ ही तीसरी मंजिल पर 100 बेड के ट्रॉमा सेंटर के साथ ही 50 बेड के वेंटीलेटर सहित आईसीयू की भी सुविधा रहेगी। ये बिल्डिंग फुल एसी होगी। अस्पताल में मॉर्जन ऑपरेशन थियेटर भी बनाने का प्रस्ताव है। इसके अलावा कैफेटेरिया का भी निर्माण कराया जाएगा।
ये विभाग होंगे शामिल-
अस्पताल को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से जो ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है, उसमें मेडिसिन, दिल की बीमारी, गुर्दा रोग, रेस्पिरेट्री, नेफ्रोलॉजी, मानसिक रोग विभाग, चर्म रोग, बाल रोग, शल्य क्रिया, आर्थो, प्लास्टिक सर्जरी और बर्न, न्यूरो सर्जरी, यूरो सर्जरी, नेत्ररोग, दंत विभाग, नाक-कान-गला विभाग, रेडियोलॉजी, पैथालॉजी, रक्त कोष, इमरजेंसी डिपार्टमेंट, एनेस्थिसिया, एमआरआई डिपार्टमेंट शामिल हैं।
100 बेड का ट्रॉमा सेंटर और डायलिसिस यूनिट भी खुलेगी –
एनएच-2 और एनएच-25 से सटे जिलों के बडे अस्पतालों को चिन्हित कर हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से विश्व बैंक की मदद से अपग्रेडेशन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इन्हें ट्रॉमा सेंटर की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इस योजना के तहत डिपार्टमेंट की तरफ से इस बिल्डिंग में 100 बेड का ट्रॉमा सेंटर भी खोले जाने की योजना है। इससे सडक हादसा और कैजुअल्टी के दायरे में आने वाले मरीजों का इलाज किया जा सके। वहीं, मंडल स्तर पर सरकार की तरफ से प्रस्तावित डायलिसिस यूनिट का भी संचालन अस्पताल में किया जाएगा।