असम। असम में सेना और उग्रवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में कम से कम छह उग्रवादी मारे गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मारे गए उग्रवादी कार्बी पीपल्स लिबरेशन टाइगर्स (केपीएलटी) के सदस्य थे। मारे गए उग्रवादियों में संगठन के शीर्ष नेता भी शामिल थे। पुलिस अधिकारियों ने एजेंसी को बताया कि पुलिस और सेना की संयुक्त टीम खुफिया जानकारी मिलने के बाद बोकाजन पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले बानीपथार में कार्रवाई की जिसके बाद हुई मुठभेड़ में छह उग्रवादी मारे गए और सेना का एक जवान घायल हो गया।पुलिस अधिकारियों के अनुसार मारे गए उग्रवादियों में भूमिगत आतंकी संगठन केपीएलटी के बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। उग्रवादियों के पास से एक एसएलआर राइफल, एक इंसास राइफल, तीन पिस्टल और दो ग्रेनेड बरामद हुए हैं। केपीएलटी का गठन 2010-11 में कार्बी नेशनल लिबरेशन फ्रंट (केएलएनएफ) से अलग हुए धड़े ने किया था। केएलएनएफ ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी जिसके बाद कुछ उग्रवादियों ने अपना अलग संगठन बना लिया।
जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले में 18 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया गया है। पिछले महीने असम के कोकराझार में उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग करके 14 लोगों की जान ले ली थी। फायरिंग एक बाजार में हुई थी।