नई दिल्ली अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ अशरफ घनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन पर बात की और उरी में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की ।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को आतंकवाद के विरुध्द लड़ाई में सहयोग का आश्वासन दिया और कहा वह भारत के साथ एकजुट होकर पूरे क्षेत्र से आतंकवाद को समाप्त करने के लिए प्रयत्नशील हैं । प्रधानमंत्री ने डॉ अशरफ घनी का धन्यवाद देते हुए आतकंवाद को समाप्त करने पर ज़ोर दिया ।
भारत में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत शैदा मोहम्मद अब्दाली ने उरी में हुए आतंकवादी हमले पर दुःख व्यक्त किया और आतंकवादियों के विरुध्द कड़ी और ठोस कार्यवाही के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मांग का समर्थन किया ।
अब्दाली ने सोमवार को कहा उनका देश भी अफ़ग़ान सैनिकों और आम जनता पर ऐसे आतंकी हमलों का सामना करता रहा है। अब्दाली ने कहा भारत और अफ़ग़ानिस्तान को विश्व समुदाय के साथ मिलकर आतंकवाद के विरुध्द एक साझा रणनीति बनानी चाहिए ।
पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा अफ़ग़ानिस्तान कई वर्षों से ऐसे लोगों का सामना करता रहा है जो आतंकवाद को अपने देश की विदेश नीति का एक अंग बनाते हैं । उन्होंने कहा अफ़ग़ानिस्तान प्रधानमंत्री मोदी की इस मांग का पूरा समर्थन करता है कि आतंकवादियों के विरुध्द कड़ी और ठोस कार्यवाही हो । उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्व समुदाय और क्षेत्र के सभी देश भारत और अफ़ग़ानिस्तान के
साथ हाथ मिलाएंगे और आतंकवाद को समाप्त करेंगे. जो देश आतंकवाद को अपनी विदेश नीति का हिस्सा बना लेते हैं, उन्हें न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जाना चाहिए बल्कि ऐसे हमलों के लिए उत्तरदायी भी ठहराना चाहिए ।
अब्दाली ने आशा व्यक्त की कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र के देश और विश्व समुदाय भारत और अफ़ग़ानिस्तान के साथ आतंकवाद के विरुध्द हाथ मिलाएंगे । इस विषय पर अफ़ग़ानिस्तान भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के विरुध्द लड़ाई के लिए बिलकुल तैयार है । दोनों देश आतंकवाद के विरुध्द लड़ाई में सही उदाहरण हैं ।
उन्होंने कहा यह सभी आतंकी गुट अलग अलग नाम के साथ एक ही स्त्रोत से आते हैं । उनका संकेत पाकिस्तान की ओर था । अब्दाली ने कहा विश्व समुदाय को आतंकवादियों में फ़र्क़ नहीं करना चाहिए और ”यह आतंकी और वह आतंकी” नहीं कहना चाहिए परंतु प्रत्येक आतंकी के विरुध्द लड़ना चाहिए।