बागपत। उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हड़ताल के कारण प्रदेश सरकार की कुपोषण योजना को तगड़ा झटका लगा है। जनपद में 1338 में से 1337 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताले लटकते नजर आने लगे है, जिससे कुपोषण योजना भी खत्म होती जा रही है। प्रदेश में सवा लाख के करीब आंगनबाड़ी केन्द्र है, जिनपर ताले लटके हर समय देखे जा सकते है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मनमानी के कारण आज गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों की सेहत बिगड़ती जा रही है, क्योंकि उनको केन्द्रों पर जो गर्म खाना नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश की सपा सरकार ने कुपोषण योजना का शुभारंभ करके सोचा था कि जो बच्चा काफी कमजोर है उसको घी, दूध, दही व फल देकर ताकतवर बनाया जाया, ताकि उनकी कमजोरी को दूर किया जा सके। प्रदेश में कुपोषण की बीमारी बच्चों में अधिक फैल रही थी, जिससे लाखों बच्चे अतिकुपोषित व कुपोषित की चपेट में आ गए थे। इसको दूर करने के लिए ही योजना चलाई थी, लेकिन प्रदेश सरकार को क्या पता था कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री एकदम योजना में बाधा बनकर सामने खड़ी हो जाएगी। उनकी हड़ताल के कारण योजना पूरी तरह से प्लाफ होती दिखाई देने लगी है। जहां प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताले लटके नजर आ रहे है तो बागपत में भी 1337 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताला लटका हुआ है।
सूत्रों के अनुसार जनपद में मात्र एक ही आंगनबाड़ी केन्द्र चालू है तो प्रदेश में मात्र दो सौ की संख्या में आंगनबाड़ी केन्द्र चल रहे है। दो सौ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अतिकुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं को ही गर्मं खाना मिल रहा है। जनपद में मुख्य विकास अधिकारी जेपी रस्तोगी के गोद लिए गांव बड़ागांव में आंगनबाड़ी केन्द्र पर महिलाओं व बच्चों को गर्मा गर्म खाना मिल रहा है और अन्य किसी भी अधिकारी को गोद लिए गांव में खाना नहीं मिल रहा। प्रदेश में सवा लाख आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या है, लेकिन जिला स्तरीय अधिकारी तक भी इसमें कुछ नहीं कर पा रहे है। प्रदेश सरकार भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सामने बेबस दिखाई दे रही है और उनका दूसरा कोई विकल्प नहीं ढूंढ पा रही है। अधिकारी भी सोच में पड़े है कि वह कैसे आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों को गर्म खाना कैसे खिलाए। उनकी हड़ताल को एक माह से भी अधिक समय बीत चुका है, लेकिन इसका अभी तक विकल्प नहीं ढूंढ सके। यहीं कारण है कि आज प्रदेशभर के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताला लटके हुए है।
आंगनबाड़ी कार्यत्रियों की हड़ताल के कारण जनपद में एक ही केन्द्र पर खाना दिया जा रहा है। प्रदेशभर की भी यहीं हालत है। उनका पूरा प्रयास है कि सभी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों को गर्म खाना मिले।