भारत ने अपने नागरिकों को कामकाजी वीजा नहीं दिये जाने का मामला मालदीव के समक्ष उठाया है. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी. इस तरह की रिपोर्ट हैं कि मालदीव ने भारतीयों को कामकाजी वीजा देने से इनकार कर दिया है. द्वीपीय राष्ट्र के कई नियोक्ताओं ने आवेदकों को सूचित किया है कि भारतीयों को कामकाजी वीजा जारी नहीं किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि भारत मालदीव के साथ वहां पर नौसेना के दो हेलीकॉप्टर तैनात करने के मुद्दे पर भी बातचीत कर रहा है. भारत ने मालदीव को हल्के ध्रुव हेलीकॉप्टर भेंट दिए थे और दोनों हेलीकॉप्टरों का ‘लेटर ऑफ ऐक्सचेंज’(एलओई) खत्म हो चुका है. मालदीव की सरकार ने भारत को संकेत दिया है कि वह एलओई के नवीनीकरण को लेकर उत्सुक नहीं है. एक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल तट रक्षक करते हैं जबकि दूसरे का भारतीय नौसेना.
सैन्य सूत्रों ने बताया कि अड्डू में हेलीकॉप्टर का एलओई कुछ महीने पहले समाप्त हो गया, जबकि लामू में तैनात एक हेलीकॉप्टर के एलओई की वैधता 30 जून को खत्म हुई है. मालदीव ने हेलीकॉप्टर के साथ तैनात भारतीय सैन्य कर्मियों के वीजा का नवीनीकरण नहीं किया है. वीजा मुद्दे पर सरकारी सूत्रों ने बताया कि 100 से ज्यादा शिकायतें हैं और इस बात के पर्चे भी थे कि भारतीयों को आवेदन नहीं करना चाहिए था.
एक सूत्र ने बताया कि हम उन्हें समझाने के लिए, उनके साथ काम करने के लिए जो भी जरूरी है वो कर रहे हैं जिससे वीजा जारी हों. वीजा जारी नहीं करने होने की स्थिति में कोई जबरन हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि जो किया जा सकता है हम कर रहे हैं. हम यह समझाने के लिए अन्य देशों के साथ काम कर रहे हैं कि इससे मालदीव आने वाले सैलानियों पर असर पड़ेगा.
सूत्र ने बताया कि मालदीव ने कहा है कि उन्होंने पिछले दो – तीन महीनों में कई वीजा जारी किए हैं लेकिन तथ्य अलग हैं.
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