सियोल। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को ठेंगा दिखाते हुए उत्तर कोरिया ने सोमवार को मध्यम दूरी की चार बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर तनाव बढ़ा दिया है।
इस कदम के बाद अमेरिका ने दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिया है। बावजूद इसके उत्तर कोरिया के आक्रामक रुख में कोई कमी नहीं आई है।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को चार आईसीबीएम का परीक्षण किया था। करीब 260 किलोमीटर की ऊंचाई पर जाकर एक हजार किलोमीटर का सफर तय करके ये मिसाइलें जापान सागर में गिरीं। दक्षिण कोरिया की सेना ने साफ कर दिया कि ये मिसाइलें अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलें (आईसीबीएम) थीं, जो अमेरिका तक मार करने में सक्षम हैं।
इस तरह से परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया ने अमेरिका के समक्ष कड़ी चुनौती पेश कर दी है। दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका के कट्टर दुश्मन उत्तर कोरिया ने पांच हजार किलोमीटर तक मार करने में सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। परीक्षण के समय ये मिसाइलें जापान की धरती से महज 300 किलोमीटर पहले समुद्र में गिरीं।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने उत्तर कोरिया से इसके लिए कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने ने कहा है कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों का खुला उल्लंघन है। जबकि दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति ह्वांग क्यो हान ने इसे अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के लिए चुनौती बताया है। उन्होंने कहा कि अब उनका देश और जल्द अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम थाड को तैनात करेगा।
अमेरिका ने टेस्ट की गई मिसाइल के आईसीबीएम होने पर शक जताते हुए कहा कि अमेरिका को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया से अमेरिका की दूरी करीब चार हजार किलोमीटर है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद उत्तर कोरिया की तरफ से मिसाइल का पहला परीक्षण है। इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने उत्तर कोरिया से संबंधों में सुधार के लिए प्रयास करने के संकेत दिए थे।
अब ट्रंप के सुरक्षा सलाहकार नई स्थितियों में अमेरिका की भूमिका पर विचार कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अमेरिकी विशेषज्ञ अब विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, जो अब ज्यादा नहीं बचे हैं। इससे पहले अमेरिका ने सन 1991 में दक्षिण कोरिया से अपने परमाणु हथियार हटा लिये थे। तब दोनों कोरियाई देशों ने प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त रखने के समझौते पर दस्तखत किये थे।