नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को अपने मंत्रिमंडल के चार आला मंत्रियों के साथ बैठक की जिसमें पाकिस्तान को तीन तरफ से घेरने की रणनीति बनी।उच्चस्थ सूत्रों के अनुसार, डेढ़ घंटे चली इस बैठक में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शिरकत की। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार कूटनीतिक, राजनीतिक और सैन्य, तीनों ही मोर्चों पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।कूटनीतिक स्तर पर पाक को घेरने की रणनीति को अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कश्मीर का विषय उठाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार इंटेलिजेंस ब्यूरो और सेना के अफसरों ने दिन में प्रधानमंत्री मोदी को घाटी के ताजा हालात की जानकारी दी। उरी हमले के बाद सेना ने आतंकियों से निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाए, यह भी बताया गया। नियंत्रण रेखा (एलओसी) और आसपास के इलाकों में सेना के मूवमेंट और कार्रवाई से जुड़े विस्तृत आंकड़े भी पेश किये गए।सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि आतंकियों से निपटने में जरा सी भी कोताही न बरती जाए और उन्हें इसके लिए पूरी छूट है।