वाराणसी। शहनाई के बेताज बादशाह भारत रत्न मरहूम उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को उनकी दसवीं बरसी पर रविवार को परिजनो और उनके प्रशंसको ने नम आंखो के बीच शिद्दत से याद किया। पूर्वान्ह 11 बजे परिजन उस्ताद के बेटे महताब हुसैन व उस्ताद जामिन हुसैन, पौत्र आफाक हैदर, छोटे पोते मोहम्मद सिब्तैन और विभिन्न सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता, कांग्रेस विधायक अजय राय जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा दरगाहे फातमान पहुंचे। दरगाह के मुतवल्ली अब्बास मुर्तजा शम्सी के मौजूदगी में उस्ताद की कब्र पर पुष्पों की चादर चढ़ायी और पाक कुरान का पारा भी पढ़ा। इस दौरान उस्ताद के पौत्र ने शहनाई पर उनका मनपसन्द नौहा …मारा गया है तीर से बच्चा रबाब का, बच्चा भी वो जो बार-ए-दिल था रबाब का पेश किया।
उस्ताद के घर की महिलाओं ने भी कब्र पर कुरान के पारे पढ़े। इस मौके पर विधायक अजय राय ने उस्ताद को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि खां साहब आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी शहनाई लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी। कहा कि उस्ताद ने सादगी से जिंदगी जी, आज वह हमारे बीच नहीं हैं। उनकी यादें सदैव रहेगी। श्रद्धाजंलि देने वालेा में शकील जादूगर, हैदर अली, नाजिम हुसैन, मोहम्मद शफक, जरीना बेगम, गाजी अब्बास आदि शामिल थे।