नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने नोएडा में एक्सिस बैंक की एक शाखा में फर्जी ग्राहक के जरिए अवैध लेनदेन करने के मामले में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
निदेशालय का आरोप है कि नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद करने के लिए ग्राहक के पहचान दस्तावेजों में फर्जीवाडा किया गया।
पासवान नाम के एक ग्राहक ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में दावा किया कि उसके दस्तावेजों में फर्जीवाडा कर उसके नाम पर एक बचत व एक चालू खाता खोला गया। इन खातों का इस्तेमाल नोटबंदी के बाद कथित तौर पर करोडों रपये की लांड्रिंग के लिये किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग निरोधक कानून :पीएमएलए: के प्रावधानों के तहत आपराधिक शिकायत दर्ज की है।
एक्सिस बैंक की यह शाखा नोएडा के सैक्टर 51 में स्थित है। मुखौटा या फर्जी कंपनियों के जरिए संदिग्ध लेन देन को लेकर यह बैंक शाखा पहले से ही आयकर विभाग के दायरे में है।अधिकारियों का कहना है यह केंद्रीय एजेंसी जिस मामले की जांच कर रही है उसमें जांच राशि 60 करोड रपये से अधिक हो सकती है।
उन्होंने कहा कि एजेंसी दो दर्जन से अधिक खातों की जांच कर रही है जिनका इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिये किया हो सकता है। इस बीच निदेशालय ने इसी जांच के तहत कल मुंबई में चार सर्राफा कारोबारियों के परिसरों की तलाशी ली। एजेंसी ने जांच के सिलसिले में इन व्यापारियों के कुछ बैंक खातों पर रोक लगाने को भी कहा है।