अमृतसर। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा कर अनजाने में हुई उनकी पार्टी की ओर से गलतियों के लिए माफी मांगी और सेवादार बनकर बर्तन धोए हैं। केजरीवाल अपना यह कदम जहां पश्चाताप की ओर इशरा कर रहे हैं वहीं भाजपा इसे फरेब से संबोधित कर रही है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री एस एस आहलुवालिया ने संसद भवन परिसर में कहा कि ‘‘पहले तो केजरीवाल ने सिख गुरुओं का अपमान किया और इसके बाद आज सिखों के पवित्र स्थान श्री हरमंदिरजी साहब के लंगर परिसर में फिर से धोये हुए बर्तनों को दुबारा धोकर अपने अपराध को फरेब से छिपाने की कोशिश कर रहे है।’
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले अमृतसर में अपने तथाकथित दस्तावेज जारी करते हुए आम आदमी पार्टी ने इसकी तुलना सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरूग्रंथ साहब से की थी। सिखों ने इसका प्रतिवाद किया, गुरू नानक नामलेवा कोटि कोटि लोगों ने इसका प्रतिवाद किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, जो अपराध केजरीवाल ने सिखों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा कर किया वह दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि केजरीवाल एवं उनकी पार्टी ने सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।