बाराबंकी। बाराबंकी जिले की सीमा में घाघरा नदी पर बने दो बांध एल्गिन चरसरी बांध और अब रिंग बांध कट जाने से दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में घिर गए हैं। करीब एक लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। हालात से निपटने के लिए प्रशासन सेना की मद्द ले रहा है। एनडीआरएफ और पीएसी के जवान भी लगे हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी कैंप कर रहे हैं।
बाराबंकी और गोंडा जिले की सीमा से बहने वाली घाघरा नदी कई दिन से खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। इसका बहाव तेज होने से रविवार को बाराबंकी की सीमा के पास एल्गिन चरसरी बांध करीब 35 मीटर कट गया। इसके बाद इसका कटान लगातार बढ़ने लगा। यहां मौजूद रिंग बांध पर मंगलवार को कट गया।
इन दोनों बांधों के कटने से गोंडा जिले के करीब 50 गांव सहित बाराबंकी की सीमा में स्थित करीब दर्जन भर गांव में बाढ़ का संकट पैदा हो गया है। बाराबंकी की सीमा के कई गांव- कमियार, नैपुरा, मांझा, रायपुर, परसावल और बेहटा के लोग घाघरा की पानी में घिर गए हैं। प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य के लिए कई टीमें लगी हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है।