लखनऊ। प्रदेश में जहां विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगरमियां अपने चरम पर हैं वहीं समाजवादी पार्टी के चाचा-भतीजा की उठा-पटक बदस्तूर जारी है। चाचा शिवपाल मौका मिलते ही भतीजे अखिलेश पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं तो अखिलेश उन्हें उनका कद दिखाने में देरी नहीं कर रहे हैं।
शिवपाल ने दो दिन पूर्व अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर में कहा था कि वह चुनाव परिणाम आने के बाद 11 मार्च को नई पार्टी बनाएंगे। इस बात का जवाब मुख्यमंत्री अखिलेश ने शनिवार को एक खबरिया चैनल के कार्यक्रम में दिया।
अखिलेश ने कहा कि चाचा ने अगर नई पार्टी बनाई तो सदस्यता चली जाएगी। अखिलेश ने यह कहकर शिवपाल को बता दिया कि उनकी कृपा से वे अभी विधायक तो बन ही जाएंगे और यदि उन्होंने सपा छोड़ी तो वह पैदल हो जाएंगे। शायद दोबारा चुनाव ही न जीत पाएं।
अखिलेश ने इशारे-इशारे में शिवपाल को यह संकेत दिया कि उन्होंने कैसे उन्हें जसवंतनगर में सीमित कर दिया है। ज्यादा न फड़फड़ाएं नहीं तो पंख भी कट जाएंगे। वहीं मुलायम के बारे में अखिलेश ने कहा कि कह नहीं सकते कि वह उनके दिल में हैं या नहीं,लेकिन मैं उनका सम्मान कर रहा हूं।
उल्लेखनीय है कि शिवपाल ने कहा था कि वह 11 मार्च को नई पार्टी इसलिए बनाने की बात कर रहे हैं कि ताकि उनपर सरकार बनने के मार्ग में रोड़ा अटकाने का आरोप न लगे। शिवपाल यहीं नहीं रुके थे, उन्होंने यह भी कहा कि था कि चुनाव के बाद सरकार बनाना आसान नहीं होगा। शिवपाल ने अखिलेश पर मुलायम का अपमान करने का भी आरोप लगाया था।
शिवपाल ने बिना नाम लिये कहा था कि जिन्हें विरासत में मिलता है,वह बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते। लेकिन हमने मेहनत से अपनी हैसियत बनाई है इसलिए मुलायम की इज्जत करते हैं और जिंदगी भर करते रहेंगे। उन्हीं के कहने से ही सपा का टिकट लिया है वरना निर्दलीय भी चुनाव लड़ते।