गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि चाय समुदाय असम का अभिन्न अंग हैं और असम की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत बनाने में उसका अतुलनीय योगदान है। साथ ही उन्होंने असम के चाय समुदाय के संपूर्ण विकास और उसकी बेहतरी को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई है।
उपरोक्त बातें ऊपरी असम के दुमदुमा स्थित कूम चांग चाय बागान के देवराम तासा क्षेत्र में करम सम्मेलन के रजत जयंती समारोह में हिस्सा लेते हुए कही। इस मौके पर आयोजित करम पूजा के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ चाय समुदाय से जुड़ा एक उत्सव ही नहीं है, बल्कि इसका असम की संस्कृति में भी एक विशेष महत्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार छोटे चाय उत्पादकों सहित चाय समुदाय की आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए काम करने को प्रतिबद्ध है क्योंकि मानव संसाधन में इनकी व्यापक हिस्सेदारी है। सरकार अनुकूल माहौल बनाने पर भी काम कर रही है ताकि यह समुदाय अपनी क्षमताओं का महत्तम स्तर तक दोहन कर सके। उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था में छोटे चाय उत्पादकों के योगदान की सराहना की।
उन्होंने कहा कि कुल चाय उत्पादन में इनका योगदान 50 प्रतिशत है। सरकार जोरहट में इस एसोसिएशन के मुख्यालय के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए देगी। चाय समुदाय के विकास और उसकी बेहतरी के लिए जरूरी कदम उठाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री ने एक राज्य स्तरीय समिति के गठन की तैयारी का खुलासा भी किया। मुख्यमंत्री ने खेल व अन्य क्षेत्रों में मौजूद चाय बागान की युवा प्रतिभाओं को निखार कर सामने लाने पर भी जोर दिया और इसको ध्यान में रखकर ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में मुख्यमंत्री का फुटबाल कप आयोजित किए जाने की जानकारी भी दी।