जबलपुर। सरहद पर आतंकी वारदातों के मद्देनजर भारत की खुफिया एजेंसियों ने देश के सुरक्षा संस्थानों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यालय से मिले निर्देशों के तहत आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके), सेंटर आर्डिनेंस डिपो(सीओडी) सहित सभी निर्माणियों को हाईअलर्ट पर रखा गया है लेकिन इसके बाद भी खमरिया में सक्रिय चोर गिरोह बड़ी आसानी से सुरक्षा को चक्र को भेदने में सफल हो रहे हैं।
बीते एक सप्ताह में ओएफके इस्टेट के कई महत्वपूर्ण स्थानों में चोरों ने दस्तक दी। इन घटनाओं ने ओएफके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं दूसरी तरफ असल चिंता की बात यह कि सुरक्षा की इस चूक का आतंकी फायदा न उठा लें।
नियमानुसार ओएफके में काम कर रही हर निजी फर्म के श्रमिकों का पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए लेकिन सेवा शर्तों के इस महत्वपूर्ण बिंदू को कड़ाई से लागू नहीं किया जाता है। सबसे हैरत की बात तो यह कि निजी फामर्स को ओएफके इस्टेट व फैक्टरी परिसर में ऑफिस व स्टोर बनाने के लिए जगह दी गई हैं। जिनमें श्रमिकों की हर समय मौजूदगी बनी रहती है।