बीजिंग । चीनी वैज्ञानिकों ने एक नई विधि का इस्तेमाल कर रेत को उपजाऊ मिट्टी में बदल देने का दावा किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कामयाबी मरस्थलीकरण से लडने में मदद करेगी।
चोंगकिंग जिआओतोंग यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं की एक टीम ने पौधे के सेल्युलोज से एक पेस्ट तैयार किया है। रेत में मिलाए जाने पर यह पानी, पोषक तत्व और वायु को धारण रखने में इसकी मदद करता है। उत्तरी चीन में इनर मंगोलिया स्वायत्तशासी क्षेत्र में 1.6 हेक्टेयर के एक रेतीले प्लॉट को नई विधि के इस्तेमाल से चावल, मक्का, टमाटर, तरबूज और सूरजमुखी का उत्पादन कर एक उपजाउ जमीन में तब्दील कर दिया गया है। चाइनीज एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (सीएई) द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘इंजीनियरिंग’ में चोंगकिंग के वैज्ञानिकों…यी झिजिलान और सह लेखक झाओ चाओहुआ के इस अनुसंधान को प्रकाशित किया जाएगा। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने झिजिलान के हवाले से कहा कि उम्मीद है कि नई विधि रेगिस्तानी क्षेत्रों को पौधों के लिए आदर्श जगह बनाने में मदद करेगी।
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