लखनऊ। नौकरियों में नियुक्ति देने में पारदर्शिता के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दावे को हास्यास्पद बताते हुए भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि राज्य की जनता साफ जानती हैं कि सपा सरकार के राज में नौकरियां बिकी है।
राज्य लोकसेवा आयोग सहित नौकरियां देने वाले सभी निकाय व अधिकारी बदनाम हुए है। न्यायालय को भी कई बार हस्तक्षेप करना पड़ा है। आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। सपा सरकार में भ्रष्टाचार राजधर्म बना है। दीक्षित ने कहा कि शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री सरकार की विफलता स्वीकार करेंगे।
जनता सपा सरकार के कारनामों से खफा है। सपा के उम्मीदवारों की जमानत भी नहीं बचेगी। उन्होंने वाराणसी में केन्द्रीय मंत्रियों की फौज उतारने के सीएम के बयान पर चुटकी ली, कहा कि भाजपा के पास अनेक वरिष्ठ नेता है। अन्तिम चरण के चुनाव में सब स्वाभाविक ही दौरे पर है लेकिन सपा के मुख्य नेता जी भी दौरे पर नहीं है।
उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती द्वारा भाजपा उम्मीदवारों को दागी व बागी बताने पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, दीक्षित ने कहा कि पूर्वाचल के घोषित माफियाओं सहित तमाम अपराधियों को टिकट देने वाली बसपा अपराधीकरण की संरक्षक है।
दीक्षित ने कहा कि बसपा प्रमुख भाजपा प्रत्याशियों की चिन्ता करने के बजाय चुनाव आयोग द्वारा नोटबंदी के बाद पार्टी फंड में जमा करोडों की धनराशि का हिसाब चुनाव आयोग को देने में अपना समय लगाएं। राज्य की जनता भी इस मोटी धनराशि का हिसाब जानने की इच्छुक है। उन्हें बताना चाहिए कि करोडो़ की धनराशि के स्रोत क्या है?