जबलपुर। अशांत या युद्धग्रस्त क्षेत्रों में गश्त के दौरान सैनिकों के सामने आने वाले खतरों को देखते हुए ऐसे गश्ती वाहनों की जरूरत महसूस की जा रही थी, जो बुलेटप्रूफ हों और साथ ही जिनमें सैनिकों के लिए जरूरी सुविधाएं भी हों। सेना की इस जरूरत को पूरा करने के लिए जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री अब कम वजन के बुलेटप्रूफ वाहन भी बनाएगी।सेना द्वारा परिवहन के लिए आमतौर पर बड़े वाहनों का उपयोग किया जाता है, लेकिन इन वाहनों से पहाड़ी एवं दुर्गम इलाकों में पेट्रोलिंग मुश्किल होती है। इसे देखते हुए जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री में सेना की मांग पर लाइट बुलेट प्रूफ व्हीकल के निर्माण की योजना बनी है। यह वाहन पूरी तरह बुलेट प्रूफ होगा। इस वाहन में कई विशेष सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एक टन वजन वाले इस वाहन में छोटे हथियार रखने की सुविधा भी होगी। इस वाहन की क्षमता ड्राइवर सहित 6 सैनिकों की होगी। इसमें 6 फायरिंग पोर्ट भी होंगे, जिनके जरिए वाहन के अंदर से ही फायरिंग की जा सकेगी। इसके अलावा इसमें संचार उपकरण भी लगाए जाएंगे।एलबीपीवी के निर्माण के लिए फैक्ट्री के रिसर्च एवं डेवलपमेंट विभाग ने किसी सहयोगी (कोलोब्रेटर) की तलाश शुरू कर दी है। इसकी वजह यह है कि फैक्ट्री में इसके निर्माण के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, क्योंकि यहां बड़े आकार एवं वजन के वाहनों की ही असेम्बलिंग की जाती है। इससे पहले व्हीकल फैक्ट्री कम वजन के वाहन जोंगा का उत्पादन कर चुकी है।