आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी मौजूदा 150 सांसदों के टिकट काट सकती है. जिसके बाद बीजेपी सांसदों में हड़कंप मच गया है. यूपी में कई सांसद अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी में जाने के अवसर तलाशने लगे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी का खाता तक नहीं खुला था.
बीएसपी नेता से मुलाकात भी कर चुके हैं पांच सांसद
बताया जा रहा है कि बीजेपी के कई सांसद बीएसपी से टिकट पाने की जुगाड़ में हैं. इनमें से पांच सांसद तो बीएसपी के एक ताक़तवर नेता से दिल्ली में मुलाकात भी कर चुके हैं. बीजेपी के तीन और सांसदों ने बीएसपी के एक राज्य सभा सांसद से अपने मन की बात की है. अब फैसला सुप्रीमो मायावती को करना है.
यूपी के अवध क्षेत्र से हैं अधिकतर सांसद
यूपी में बीएसपी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की आहट से ही बीजेपी के कई सांसदों की नींद उड़ गई है . उन्हें लगने लगा है कि दोनों पार्टियों के मिल जाने से उनके लिए बीजेपी में रहने पर उम्मीदें ख़त्म हो जायेंगी. ऐसे एक दो नहीं, बल्कि सांसदों की गिनती 13 तक पहुंच गई है. ऐसे अधिकतर सांसद यूपी के अवध क्षेत्र में से हैं. इनमें से एक तो मोदी सरकार में मंत्री भी हैं.
पार्टी में लेने का कोई इरादा नहीं- बीएसपी नेता
पूर्वांचल के भी दो सांसद भी बीएसपी से टिकट लेने की जुगाड़ में हैं. बीजेपी का दामन छोड़ने को बेक़रार दो ऐसे भी सांसद हैं जो पहले बीएसपी में रह चुके हैं. बीजेपी के दो सांसद लगातार अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ़ हल्ला बोलते रहे हैं. इनमें से एक तो आरक्षण के नाम पर रैली भी कर चुकी हैं, लेकिन बीएसपी के एक ताक़तवर नेता ने बताया कि उन्हें पार्टी में लेने का कोई इरादा नहीं है.
अभी इस बारे में कोई फ़ैसला नहीं होगा- बीएसपी
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रभाव वाले इलाक़े के एक बीजेपी सांसद भी बीएसपी में जाने को बेताब हैं. कभी वे बीएसपी में हुआ करते थे. बीएसपी नेताओं से उनकी दो राउंड की मुलाक़ात भी हो चुकी है. पिछले ही हफ़्ते दिल्ली में मायावती के घर पर बीएसपी नेताओं की मीटिंग हुई थी. इस बैठक में बीजेपी के ऐसे सांसदों पर भी चर्चा हुई. तय हुआ कि अभी इस बारे में कोई फ़ैसला नहीं होगा.
पार्टी के कोर्डिनेटरों से कह दिया गया कि बीजेपी छोड़ने का इरादा रखने वाले पार्टी सांसदों को अभी कोई वादा नहीं किया जायेगा. पिछले चुनाव में बीजेपी को 71 और उसकी सहयोगी अपना दल को 2 सीटें मिली थीं. यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं.
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