कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का महासचिव के पद पर नियुक्त क्या किया, पक्ष-विपक्ष की तरफ से तरह-तरह की बयानबाजी जारी है। एक ओर कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता इस फैसले से उत्साहित हैं तो विपक्षी नेता तंज कसने से बाज नहीं आ रहे हैं। बिहार में भी इसे लेकर बयानबाजी तेज है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रियंका गांधी की नियुक्ति यूपी में सपा और बसपा को डराने के लिए की गई है। उन्होंने ये भी कहा है कि प्रियंका ने राजनीति में एंट्री रॉबर्ट वाड्रा के प्रतिनिधि के रूप में की है ताकि रॉबर्ट वाड्रा द्वारा किए गए घोटाले को छुपा सकें।
राजनीति में डुप्लीकेट नहीं चलता
इंदिरा गांधी की तरह प्रियंका के दिखने पर सुशील मोदी ने कहा था कि किसी की तरह दिखने से अगर कोई उसके जैसा काबिल हो जाता तो अमिताभ बच्चन और कई विराट कोहली भी होते। राजनीति में डुप्लीकेट नहीं चलता। प्रियंका गांधी भले ही इंदिरा जी की तरह दिखती हैं लेकिन एक बड़ा फर्क है। इंदिरा जी के पति फिरोज गांधी एक अच्छे वक्ता और ईमानदार सांसद थे। वहीं प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा को देख लीजिए।
भाजपा नेता का विवादित बयान-सुंदर दिखती हैं प्रियंका
वहीं भाजपा नेता सह राज्य सरकार के मंत्री विनोद नारायण झा ने बेतुका बयान देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी सुंदर राजनीति में नौसिखुआ हैं और सुंदर हैं। कांग्रेस को लगता है कि जनता उन्हें देखकर वोट देगी। लेकिन जनता सुंदर चेहरा देखकर वोट नहीं देती।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के ट्वीट और भाजपा नेता विनोद नारायण झा के बयान से बिहार में राजनीतिक विवाद चरम पर पहुंच गया है। राजद और कांग्रेस ने इन टिप्पणियों पर भाजपा को घेरा है और इस तरह की बयाबाजी पर जमकर हमला बोला है।